शोहरतगढ़। स्वच्छ भारत, स्वच्छ मिशन को लेकर केंद्र व प्रदेश की सरकारें काम कर रही हैं, लेकिन शोहरतगढ़ नगर पंचायत में यह मिशन धराशाई होते दिख रहे हैं। नगर की जल निकासी के लिए बोर्ड ने वार्ड नम्बर दो में 17 लाख रुपए की लागत से नाला और सड़क बनवाई थी, लेकिन कमीशन के फेर में नाला गलत तरीके से बन गया। एक वर्ष भीतर मनमानी के चलते जगह-जगह सड़क आधे फीट बैठ गई है। वार्डवासियों की शिकायत के बाद भी नगर पंचायत मामले पर संजीदा नहीं दिख रहा है।
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नाले के ऊपर बने सड़क के टूटने की जानकारी है। जल्दी ही मरम्मत करा दिया जाएगा। चोक पड़े नाले की सफाई के लिए भी जल्द ही टीम लगाकर पूरी तरह से नाला साफ कराया जाएगा।विकास आनंद, अधिशाषी अधिकारी ,नगर पंचायत
दरअसल, जलनिकासी का संकट झेल रहे नगर को मुक्ति दिलाने के लिए बोर्ड ने प्रस्ताव पास कर वार्ड नम्बर दो धर्मशाला बाजार के पीछे से खुनुआं बाईपास पर बन रहे नाले के ऊपर सड़क का प्रस्ताव पास किया। लगभग 17 लाख रुपए से नाले का निर्माण कराया गया, लेकिन यह निर्माण कमीशन की भेंट चढ़ गया।
नाला निर्माण में हुए मनमानी की शिकायत लेकर वार्डवासी आए थे। ईओ को टूटे नाले को बनवाने के लिए कह दिया है, साथ ही चोक पड़े नाले की गैंग लगाकर सफाई कराने को भी निर्देशित किया है। जनता की समस्याओं पर ईओ तत्काल संज्ञान लें, लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।चौधरी अमर सिंह,विधायक, शोहरतगढ़
आरोप है कि भ्रष्टाचार का आरोप झेल रही भाजपा चेयरमैन बबिता कसौधन ने मोटी कमीशन के फेर में नाले को मानक के विपरीत बनवा दिया। साल भी पूरा नहीं हो पाया और सड़क लगभग तीन मीटर की दूरी में आधा-आधा फीट बैठ गई है। वहीँ क़स्बा निवासी रामानंद मोदनवाल (50वर्ष) ने बताया," बरसात के मौसम में नाले का गंदा पानी घर के अंदर आने से बहुत परेशानी होती है।"
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