प्रधानमंत्री ने किया गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास, यूपी के इन जिलों को मिलेगा इसका फायदा

लगभग 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस-वे पूरब से पश्चिम से जोड़ेगा, यह उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बनेगा।

Update: 2021-12-18 11:28 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 18 दिसंबर को शाहजहांपुर में उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेस का शिलान्यास किया। राज्य के पश्चिमी और पूर्वी इलाकों को जोड़ने वाला उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन जाएगा।

यह एक्सप्रेस-वे जनपद मेरठ से हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होते हुए प्रयागराज तक जाएगा। इसकी लम्बाई लगभग 594 किलोमीटर और चौड़ाई 06-लेन (08-लेन विस्तारणीय) होगी। परियोजना की लागत 36 हजार करोड़ रुपये है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि माँ गंगा सारे मंगलों की, सारी उन्नति प्रगति की स्रोत हैं। मां गंगा सारे सुख देती हैं, और सारी पीड़ा हर लेती हैं। ऐसे ही गंगा एक्सप्रेसवे भी यूपी की प्रगति के नए द्वार खोलेगा।

गंगा एक्सप्रेस के फायदे गिनाते हुए पीएम ने कहा, "पहला वरदान- लोगों के समय की बचत। दूसरा वरदान- लोगों की सहूलियत में बढोतरी, सुविधा में बढोतरी। तीसरा वरदान- यूपी के संसाधनों का सही उपयोग। चौथा वरदान- यूपी के सामर्थ्य में वृद्धि। पांचवा वरदान- यूपी में चौतरफा समृद्धि।"

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर वर्ष 1947 से लेकर 2017 तक 'डेढ़ एक्सप्रेस-वे' बना था। आज उत्तर प्रदेश 06 नए एक्सप्रेस-वे की दिशा में कार्य कर रहा है। इससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होने के साथ ही आसपास के क्षेत्रों का सामाजिक-आर्थिक उन्नयन भी होगा।

उन्होंने आगे कहा कि ये जो आज यूपी में एक्सप्रेसवे का जाल बिछ रहा है, जो नए एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं, नए रेलवे रूट बन रहे हैं, वो यूपी के लोगों के लिए अनेक वरदान एक साथ लेकर आ रहे हैं।

594 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे पर 17 जगह पर इंटरचेंज की सुविधा, 7 आरओ, 14 लंबे पुल, 126 छोटे पुल और 375 अंडरपास बनाए जाएंगे। इस 9 जनसुविधा केंद्र और एक्सप्रेस के अगल-बगल 18 लाख 50 हजार पेड़ लगाए जाएंगे, साथ ही 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी भी बनायी जाएगी।

कुल 594 किलोमीटर की लंबाई वाला छह लेन का यह एक्सप्रेसवे 36,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जाएगा। मेरठ के बिजौली गांव के निकट से शुरू होकर यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव के निकट तक जाएगा। यह मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा। काम पूरा होने पर यह राज्य के पश्चिमी और पूर्वी इलाकों को जोड़ने वाला उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन जाएगा। शाहजहांपुर में इस एक्सप्रेसवे पर वायुसेना के विमानों के आपात्कालीन टेक ऑफ और लैंडिंग में सहायता के लिए 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी भी बनाई जाएगी। इस एक्सप्रेसवे के किनारे पर एक औद्योगिक गलियारा भी बनाने का प्रस्ताव है।

Full View

Similar News