लखनऊ। लखनऊ का दशहरी आम ब्रिटेन, अमेरिका, चीन और खाड़ी देशों के साथ-साथ जापान की भी सैर करेगा। महिलाबाद का आम अभी तक मध्य पूर्व के देशों और खाड़ी देशों में सप्लाई होता था। अब जापान में भी यहां के आम की डिमांड है।
आल इंडिया मैंगो ग्रोवर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष इंसराम अली ने बताया, "हर वर्ष अमेरिका और यूरोप जैसे शहरों में आम का एक्सपोर्ट बढ़ता जा रहा है। अब जापान से भी इसकी डिमांड आने लगी है।"
एसोसिएशन को सरकार से इस बात की शिकायत है कि एक्सपोर्ट किया जाता है उसके लिए सरकार की कोई एजेंसी नहीं है इससे जानाकरी के अभाव में आम के सही दाम निर्धारित नहीं हो पाते है।
खेती किसानी से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप
इंसराम बताते हैँ, "रिश्तेदार, दोस्त या इंटरनेट के माध्यम से ही आम के दाम तय हो रहा है। वहीं आम के मूल्य भी समय से नहीं मिल पाते हैं। इससे परेशानी होती है।"
सरकार से इस बात की शिकायत है कि एक्सपोर्ट किया जाता है उसके लिए सरकार की कोई एजेंसी नहीं है इससे जानाकरी के अभाव में आम के सही दाम निर्धारित नहीं हो पाते है। रिश्तेदार, दोस्त या इंटरनेट के माध्यम से ही आम के दाम तय हो रहा है। वहीं आम के मूल्य भी समय से नहीं मिल पाते हैं।इंसराम अली, अध्यक्ष, आल इंडिया मैंगो ग्रोवर्स एसोसिएशन
प्रदेश में आम का उत्पादन
2016 में 70.56 मैट्रिक टन आम लखनऊ और 26.13 मैट्रिक टन सहरानपुर से एक्सपोर्ट हुआ था। दशहरी आम के साथ चौसे की भी खूब मांग है। पूरे यूपी में 2.63 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में आम का उत्पादन होता है।
यहां होता है सर्वाधिक उत्पादन
सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, मेरठ, ज्योतिबाफूलेनगर, बुलंदशहर, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, लखनऊ, उन्नाव, प्रतापगढ़, बनारस और फैजाबाद में सबसे अधिक आम का उत्पान होता है।
ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।