स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
कन्नौज। ‘‘बिना पंजीकरण के कोई भी टाइपराइटर या लेखक प्रार्थना पत्र नहीं लिखेगा। जो भी शिकायती पत्र आएं, उसमें संक्षेप में मैटर होना चाहिए न कि कथा लिखी हो।’’ यह बात डीएम जगदीश प्रसाद ने तहसील दिवस में कही।
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मंगलवार को सदर कन्नौज में तहसील दिवस संपन्न हुआ। शिकायतें सुनने से पहले डीएम ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि समस्याओं को लेकर यह अंतिम तहसील दिवस है। अगर पेंशन, नाली, खड़ंजा, जलभराव और बिजली आदि की समस्या दोबारा आई तो सीधे अफसर जिम्मेदार होंगे। डीएम जगदीश प्रसाद ने कहा कि ‘‘अधिकारी चाहते हैं तभी समस्याएं बनी रहती हैं। अधिकारी अगर लापरवाही पर कार्रवाई व समस्याओं का निस्तारण करें तो इसकी संख्या नहीं बढ़ेगी। अगर शिकायतें आईं तो अफसरों पर सीधे कार्रवाई की जाएगी।’’
टाइपिस्ट को भी बुलाया
एक प्रार्थना पत्र पर मारपीट और गालियां देने का मामला देख डीएम ने फरियादी से पूछा कि किससे लिखा लाए हो तो फरियादी ने कहा कि बाहर टाइपिस्ट से। इस पर टाइपिस्ट को बुलवाया गया। डीएम ने हिदायत दी कि प्रार्थना पत्र में फालतू भाषा शैली न लिखी जाए। टाइपिस्ट ने सफाई दी कि वकील ही ऐसी अप्लीकेशन टाइप कराते हैं।
एलडीएम समेत कई अफसरों पर हुए सख्त
आर्यावर्त ग्रामीण बैंक में खाते के एक मामले को लेकर डीएम का पारा चढ़ गया। उन्होंने एलडीएम से पूछा कि आखिर आरोपी बैंककर्मी को जेल भेजें या एफआईआर दर्ज कराएं या फिर कुछ और। इस पर एलडीएम ने कहा कि आप जो कहें। पेंशन पर जिला समाज कल्याण अधिकारी समेत कई को निर्देश दिए और बेहतर काम करने को कहा।
207 में एक भी निस्तारित नहीं
तहसील दिवस में सबसे अधिक मामले राजस्व विभाग के 57 मामले आए। विकास विभाग की 42, पूर्ति विभाग की 15, बिजली विभाग की 17, पुलिस की 27, जलनिगम की 17 शिकायतों समेत कुल 207 शिकायतें आईं। इसमें निस्तारण एक का भी नहीं हो सका।
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