कानपुर। सपा नेता महताब आलम के हाजिर न होने पर उनके खिलाफ कानपुर कोर्ट ने वारंट जारी कर दिया है। पिछले महीने इनकी निर्माणाधीन बिल्डिंग गिरने से कई लोगों की मौत हो गयी थी।
एक फरवरी को प्रगति विहार कॉलोनी में महताब आलम की 6 मंजिला निर्माणाधीन बिल्डिंग ढह गई थी। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी। लगभग 21 लोग घायल हो गए थे। बचाव के लिए प्रशासन को आर्मी और एनडीआरएफ को बुलाना पड़ा था।
केडीए के विशेष कार्याधिकारी डीडी वर्मा की तहरीर पर भवन स्वामी सपा नेता महताब आलम और ठेकेदार के विरुद्ध थाना चकेरी में गैर इरादतन हत्या समेत कई संगीन धाराओं (447,188,288,338,304 इत्यादि) में मुकदमा दर्ज किया गया था
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मुकदमा पंजीकृत होने के बाद से ही पुलिस द्वारा महताब आलम की तलाश की जा रही थी, लेकिन उसके न मिलने के बाद आलम के खिलाफ न्यायालय ने वारंट जारी कर दिया है जो की उसके घर के बहार चस्पा भी कर दिया गया है। हादसे के कुछ दिनों बाद ही आलम ने सरेंडर के लिए कानपुर की अदालत में अर्जी दी थी, लेकिन वह हाजिर नहीं हुआ था।
अधिवक्ता ओम प्रकाश पाण्डेय बताया, “किसी भी मामलों में जब अभियुक्त पुलिस के शिकंजे में नहीं आता है तो न्यायालय द्वारा उसके खिलाफ वारंट जारी कर दिया जाता है जिसकी उद्घोषणा का प्रपत्र उसके घर के बहार चस्पा कर दिया जाता है।"