लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को कचहरी परिसर में जिला जज की बिल्डिगं के फर्स्ट फ्लोर के टॉयलेट में बम धमाके से हड़कम्प मच गया। इस धमाके के बाद आसपास धुआं फैल गया। साथ ही विस्फोट के चलते बाथरूम का प्लास्टर पूरी तरह टूट गया। फिलहाल कम तिव्रता के धमाका होने के चलते किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। वहीं घटना की सूचना पाकर मौके पर पुलिस और बम निरोधक दस्ता फौरन पहुंच गया। हालांकि अभी तक धमाके की वजह साफ नहीं हो पाई है, जिसके चलते पुलिस ने घटनास्थल से बरामद संदिग्ध वस्तुओं को जांच के लिए आगरा फोरेंसिक लैब भेज दिया है।
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एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि कचहरी परिसर के जिला जज बिल्डिंग के पास बने टॉयलेट में बुधवार शाम एक धमाका होने की सूचना मिली। घटनास्थल पहुंच कर पाया गया कि, धमाका टॉयलेट में लगे फ्लश टैंक में हुआ है। जबकि धमाके के वक्त में टॉयलेट में कोई भी शख्स नहीं था। दीपक कुमार का कहना है कि, अभी जल्दीबाज होगी इसे बम धमाका कहना, क्योंकि प्रथम दृष्टया मौके पर कोई ऐसे साक्ष्य नहीं मिले जिससे आशंका जताई जाये की यह बम धमाका था। फिर भी पुलिस ने फोरेंसिक टीम की मदद से मौके से मिले साक्ष्यों को एकत्र कर आगरा स्थित फोरेंसिक लैब को जांच के लिए भेज दिया है।
वहीं कचहरी परिसर में शाम के वक्त हुए इस धमाके से वहां अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। धमाके के चलते वकीलों के अंदर खौफ था। वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश पाण्डेय का कहना है कि, कचहरी परिसर में सीसीटीवी कैमरे नाम के ही लगे और परिसर के गेट पर मेटल डीटेक्टर तो लगा है, लेकिन वहां चेकिंग के लिए ज्यादातर वक्त कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं रहता है। वहीं दूसरी ओर घटना के बाद पूरे कचहरी परिसर में बम निरोधक दस्ते ने खोजी कुत्तों के साथ जांच की, जहां कई घंटों संघन जांच के बाद कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई। उधर घटना की सूचना पाकर जिला जज और बार एसोसिएशन के सदस्यों ने पूरे कचहरी परिसर का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।