लखनऊ में चुराते थे बाइक, फर्जी पेपर बनवाकर नेपाल में बेचते थे, 4 चोरों से 45 से ज्यादा गाड़ियां बरामद

Update: 2017-09-18 19:36 GMT
कृष्णानगर पुलिस ने एक बड़े वाहन चोर गैंग का खुलासा किया है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड हुआ है। पुलिस ने चार चोरों को गिरफ्तार कर 40 बाइकों समेत 45 गाड़ियां बरामद की हैं। ये नटवरलाल लखनऊ और उसके आसपास से गाड़ियां चुराते थे और उनके नकली पेपर बनवाकर नेपाल में सस्ती कीमतों पर बेचते थे। बरमाद गाड़ियों में सबसे ज्यादा हीरो कंपनी की हैं।

कृष्णानगर पुलिस ने एक बड़े वाहन चोर गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से चोरी की 39 बाइक, चार स्कूटी व चोरी की गाडिय़ों के पेपर बनाने के लिए प्रयोग कम्प्यूटर और प्रिंटर बरामद किया है। आरोपी चोरी की गाड़ियों को नेपाल तक बेचते थे।

ये भी पढ़ें : फर्जी बाबाओं की सूची बनाने वाले महंत मोहन दास लापता

एसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया कि बीती रात कृष्णानगर पुलिस ने चेकिंग के दौरान बाराबिरवा चौराहे के पास चेकिंग के दौरान दो बाइक सवार चार युवकों को रोकने के लिए इशारा किया। पुलिस को देख बाइक सवार युवक भागने लगे। इस पर पुलिस ने किसी तरह घेराबंदी करते हुए चोरों को धर लिया। पुलिस ने जब उन लोगों से बाइक के पेपर मांगे तो वह एक भी पेपर नहीं दिखा सक। शक होने पर चोरों से कड़ाई से पूछताछ की गयी तो उन लोगों ने बताया कि, उक्त बाइक चोरी की है।

ये भी पढ़ें : भारत के इन धुरंधर क्रिकेटरों को कोचिंग दे चुका है रेप का आरोपी बाबा गुरमीत

पूछताछ में पकड़े गये आरोपियों ने अपना नाम पारा निवासी अजय शुक्ला, हरदोई निवासी अनुज कुमार, संजय और तालकटोरा निवासी राजेश कुमार चौरसिया बताया। आरोपियों ने बताया कि चोरी के 41 वाहन उन लोगों ने सरोजनीनगर के नादरगंज इलाके में एक सुनसान जगह पर छुपाकर रखे हैं। इसके बाद पुलिस ने उनकी निशानदेही पर नादरगंज इलाके से चोरी की चार स्कूटी और 35 बाइक बरामद की। बरामद की गये 8 वाहन कृष्णानगर, आलमबाग, तालकटोरा, वजीरगंज व सरोजनीनगर इलाके से चोरी किये गये थे। वहीं अन्य गाडिय़ों के इंजन व चेचिस नम्बर की मदद से पुलिस उनके मालिक के बारे में पता लगा रही है।

फर्जी पेपर तैयार कर सस्ते दाम में बेच थे । वहीं एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि पकड़ा गया वाहन चोरों का यह गैंग चोरी की गाडिय़ों के फर्जी पेपर तैयार कर उनको सस्ते दाम में खीरी, हरदोई व नेपाल में बेच देता था।

ये भी पढ़ें : फर्जी करार दिए गए कई बाबा रखते थे सरकार बनाने और पलट देने का ‘माद्दा’

Similar News