मोदी प्रभाव: नेता खुद हटाने लगे लालबत्ती

Update: 2017-04-21 11:41 GMT
मंत्री निषाद राज अपनी गाड़ी से खुद लाल बत्ती हटाते हुए।

लखनऊ। देश में बढ़ते वीआइपी कल्चर पर अंकुश लगाते हुए मोदी सरकार ने सभी नेताओं, जजों तथा सरकारी अफसरों की गाड़ियों से लाल बत्ती हटाने का जो फसला लिया, इसकी सभी जगह सराहना हो रही है।

समाज कल्याण विभाग मंत्री गाड़ी से लाल बत्ती हटाते हुए।

सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन तथा खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचैरी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि वाहनों पर लगी बत्तियां वीआईपी संस्कृति का प्रतीक मानी जाती है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक देश में इसका कोई स्थान नहीं है, जनता ही वीआईपी है। उन्होंने कहा कि इस फैसले को ध्यान में रखते हुए मेरे द्वारा अपने वाहन से लालबत्ती हटा दी गयी है।

पंचायती राज विभाग मंत्री लाल बत्ती हटाते हुए।

आपात सेवाओं में होगी इस्तेमाल

इनमें राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश, उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश, राज्यों के मुख्यमंत्री व मंत्री तथा सभी सरकारी अफसरों के वाहन शामिल हैं। अब केवल एंबुलेंस, फायर सर्विस जैसी आपात सेवाओं तथा पुलिस व सेना के अधिकारियों के वाहनों पर बत्ती लगेगी। यह फैसला एक मई से लागू होगा।

मंत्री एसपी बघेल लाल बत्ती कार से उतारते हुए।

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