आदेश का नहीं हुआ असर, चेयरमैन कर रहीं मनमानी

Update: 2017-06-02 11:38 GMT
चेयरमैन ने अपने आवास से सटे कुएं पर बाउंड्रीवाल चलवाकर कब्जा कर लिया है।

सिद्धार्थनगर। प्रदेश सरकार ने फरमान जारी कर कुएं, गड्ढे और तालाबों को कब्जा मुक्त कराने का प्रयास कराने के आदेश दिए हैं, वहीं शोहरतगढ़ नगर पंचायत में आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। नगर के वार्ड नम्बर सात में चेयरमैन ने अपने आवास से सटे कुएं पर रात के अंधेरे में बाउंड्रीवाल चलवाकर कब्जा कर लिया है।

इसकी शिकायत एसडीएम से हुई तो उन्होंने अधिशाषी अधिकारी से रिपोर्ट तलब कर तत्काल कब्जा हटाने का आदेश दिया, बावजूद एसडीएम का आदेश धराशाई हो गया और तीन माह बाद भी कुआं कब्जा मुक्त नहीं हो सका है। नगर पंचायत शोहरतगढ़ में भाजपा चेयरमैन बबिता कसौधन के इशारे पर गली, कुआं, गड्ढ़ा, बंधा आदि पर कब्जा करना आम बात हो गया है। उन्होंने वार्ड नम्बर सात नेहरू नगर में अपने आवास से सटे कुएं पर कब्जा करने की नियत से रात के अंधेरे में बाउंड्रीवाल खड़ी करा दी है।

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धार्मिक एवं सार्वजनिक कुएं पर चेयरमैन द्वारा कब्जा करने की जानकारी नगरवासियों को हुई तो सभी ने 31 जनवरी 2017 को एसडीएम अरूण कुमार सिंह को पत्र सौंप कर सार्वजनिक हित में कब्जा हटवाने की मांग करी। पत्र में मनोज कुमार मित्तल, मक्कू अंसारी, परवेज अंसारी, राजेश कुमार और मनोज कुमार ने आरोप लगाया कि चेयरमैन एवं उनके पति देवी पाटन मंडल प्रभारी सुभाष कसौधन ने कुएं पर छत डालने की मंशा को लेकर बाउंड्रीवाल चलवाया है, जबकि शादी-विवाह सहित अन्य धार्मिक आयोजनों में इस कुएं पर पूजा-पाठ किया जाता है।

एसडीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल ईओ को कब्जा हटवाने का आदेश देकर रिपोर्ट तलब किया है। एसडीएम के इस आदेश को तीन माह बीत गये हैं लेकिन कुआं कब्जा मुक्त नहीं हो सका है। सार्वजनिक कुएं पर कब्जे से लेकर चेयरमैन की किरकिरी हो रही हैं, वहीं एसडीएम के आदेश का भी कोई असर नहीं दिख रहा है। एसडीएम के आदेश पर अमल न होने से मनोज मित्तल ने तहसील दिवस में भी शिकायत कर कब्जा हटवाने की मांग करी है। बताते चलें कि इस नगर में आजादी के समय 19 कुएं थे। वर्तमान समय में आधा दर्जन कुएं ही रह गये है।

न्यायालय में कुएं का विवाद

जिस कुएं पर कब्जा जमाने की नियत से बाउंड्रीवाल चलवाया गया है, उसका चेयरमैन के परिवार व नगर पंचायत से विवाद चल रहा है। पूर्व चेयरमैन शिव वर्मा के कार्यकाल में वर्तमान चेयरमैन के ससुर ने नगर पंचायत पर मुकदमा कर आरोप लगाया था कि उनके घर से सटे सार्वजनिक कुएं का प्रयोग पानी पीने, शादी के समय राछ घुमाने के अलावा अन्य पूजन पाठ में होता है। जबकि नगर पंचायत कुएं पर कब्जा कर दुकान बनवाना चाहती है। पूरा मामला न्यायालय में लंबित होने के बाद भी कुएं के दो तरफ पहले ही कब्जा कर लिया।

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