बदल जाएगा प्राइमरी स्कूल की यूनिफॉर्म का रंग, अब खाकी नहीं गुलाबी-भूरे रंग की होगी नई ड्रेस
लखनऊ। यूपी के प्राइमरी स्कूलों में जल्द ही बच्चों की यूनिफॉर्म का रंग बदला हुआ नजर आएगा। खाकी कलर की ड्रेस की जगह अब जल्द ही भूरे रंग का फुल ट्राउजर व स्कर्ट और गुलाबी रंग की चेक पैटर्न में भूरे रंग की कॉलर वाली शर्ट दिखेगी। इस बार प्राइमरी स्कूल ड्रेस को सेंटल स्कूल की तर्ज पर तैयार किए जाने का विचार है।
वहीं माध्यमिक शिक्षा में छात्राओं की यूनिफॉर्म अब काली सलवार के साथ गुलाबी चेक पैटर्न वाला कुर्ता और काला दुपट्टा होगी। हालांकि अभी सरकार की तरफ से बेसिक शिक्षा परिषद को सैंपल दिया गया है, आदेश जारी होने में अभी वक्त है। इस पर बेसिक शिक्षा परिषद के एडिशनल डायरेक्टर महेंद्र सिंह राणा बताते हैं, ‘अभी केवल शासन की तरफ से हमें सैंपल दिए गए हैं, आदेश आने में तीन-चार दिन का वक्त लग सकता है। नई यूनिफॉर्म में भूरे रंग के ट्राउजर व स्कर्ट के साथ गुलाबी रंग की चेक पैटर्न वाली शर्ट है। हालांकि हमने अपनी तरफ से लखनऊ मंडल के स्कूलों में क्रय समिति के गठन और बच्चों की नाप लिए जाने का आदेश दे दिया है।’
मालूम हो कि इससे पहले सपा सरकार ने यूपी में शासन के दौरान 2012 में पुराने यूनिफॉर्म कोड को बदलकर खाकी रंग में नई यूनिफॉर्म जारी की थी। उससे पहले प्राइमरी स्कूल में लड़कों के लिए नेवी ब्लू शॉर्ट्स/ट्राउजर और लड़कियों के लिए नेवी ब्लू स्कर्ट के साथ स्काई ब्लू शर्ट वाली स्कूल ड्रेस थी।
अभी केवल शासन की तरफ से हमें सैंपल दिए गए हैं, आदेश आने में तीन-चार दिन का वक्त लग सकता है। नई यूनिफॉर्म में भूरे रंग के ट्राउजर व स्कर्ट के साथ गुलाबी रंग की चेक पैटर्न वाली शर्ट है। हालांकि हमने अपनी तरफ से क्रय समिति के गठन और बच्चों की नाप लिए जाने का आदेश दे दिया है।महेंद्र सिंह राणा, एडिशनल डायरेक्टर, बेसिक शिक्षा परिषद
इससे पहले खबर आई थी कि मुख्यमंत्री सपा सरकार के समय जारी खाकी रंग की स्कूल ड्रेस से नाखुश थे। उनका मानना था कि ये रंग होमगार्ड की ड्रेस से मिलता-जुलता है। इसके बाद स्कूल ड्रेस के कलर चेंज करने के विचार को अप्रैल में सीएम के सामने पेश किया गया जिसके बाद सरकार ने इस पर अमल करने का फैसला लिया।
यह फैसला यूपी के 75 जिलों के एक लाख प्राइमरी और 45,000 सेकेंडरी स्कूलों के 1.85 करोड़ छात्रों पर लागू होगा। वैसे स्कूल ड्रेस के कलर को लेकर कई स्कूल अध्यापकों ने खाकी रंग को अनुचित बताया था। यहां तक कि अभिवावक और बच्चों ने भी इसके लिए नाराजगी जताई थी।
प्राथमिक विद्यालय बजगहिया, खवास के प्रिंसिपल संजय श्रीवास्तव बताते हैं कि सरकार के इस नए नियम के बारे में सुना है लेकिन फिलहाल स्कूलों में अभी तक नियम नहीं आया है। नया सत्र एक अप्रैल से शुरू हो गया है। हालांकि योगी सरकार का नया स्कूल कोड बच्चों को पसंद आएगा, पहले वाले रंग के लिए अध्यापकों के साथ बच्चों और अभिवावकों की तरफ से सवाल उठाए जा चुके हैं।