एनटीपीसी हादसा: मजदूर संघ के महामंत्री का आरोप एनटीपीसी के प्रबंधन की लापरवाही से हुआ हादसा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के रायबरेली के ऊंचाहार में हुए हादसे में अभी तक 16 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 100 से ज्यादा मजदूर झुलस गए हैं। हादसे के बाद भीषण आग लग गई है। जिले के भारतीय मजदूर संघ के महामंत्री ने इस हादसे का जिम्मेदार एनटीपीसी प्रबंधन को ठहराया है।
भारतीय मजदूर संघ के जिला महामंत्री, रामदेव सिंह ने बताया, “हमारी यूनियन एनटीपीसी ऊंचाहार में भी काम करती है, ये जो छठवीं यूनिट लगायी गई है, इसके ब्वायलर फटने से पचास अधिक कैजुअल्टी हुई है, हमारी सरकार से मांग है कि मृतकों के आश्रितों को 20 लाख रुपए और स्थायी नौकरी दी जाए और जो घायल हुए हैं उन्हें पांच लाख मुआवजा दिया जाए।”
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नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन ऊंचाहार प्लांट की 500 मेगावॉट की छठी यूनिट में प्रोडक्शन चल रहा था, शाम करीब चार बजे बॉयलर की ऐश पाइप अचानक चोक हो गई और बॉयलर में तेज आवाज के साथ ब्लास्ट हो गया। करीब 90 फीट की ऊंचाई पर हुए विस्फोट से बॉयलर की जलती हुई राख प्लांट में चारों ओर फैल गई। इससे वहां पर भीषण आग लग गई। उस दौरान वहां पर 200 से ज्यादा अधिकारी, कर्मचारी और प्राइवेट कंपनी के मजदूर काम में जुटे हुए थे।
उन्होंने आगे बताया, "ये ब्वायलर कोयले से पानी को गर्म करता है और स्टीम पाइप के द्वारा चलती है, जिससे टरबाइन चलती है, जिससे बिजली बनती है जो आगे लाइन को सप्लाई कर दी जाती है, इसमें आठ दिन पहले हूटर बजा था, इसमें सुरक्षा के मानकों की अनदेखी की गई है, वहां के प्रबंधको के द्वारा गलती की गई, प्रबंधको की ही गलती है। यहां पर जो कैजुअल्टी हुई उसकी संख्या भी छिपा रहे हैं, उन्हें मुआवजा भी नहीं देंगे। ये सभी ठेकेदार के आदमी हैं, उन्हीं से काम कराते हैं, कोई मानक नहीं, सेफ्टी का भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। हमारे हिसाब से 90 फीसदी लोगों की मौत हुई है, जो सात-आठ दिनों में और भी बढ़ जाएगी।"
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इलाज कराने का दिया निर्देश
रायबरेली के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. डीके सिंह ने बताया, "अभी तक 16 लोगों की मौत हो गई है, 12 लोगों की मौत तो वहीं हो गई थी, अभी यहां चार लोगों की मौत हुई है। बाकी लोगों का इलाज चल रहा है और लोगों को लखनऊ भेजा जा रहा है।