यूपी में बारिश और ओले से बढ़ी ठंड, हल्की बारिश फसलों के लिए फायदेमंद

राजधानी लखनऊ और आसपास के कई इलाकों में रविवार दोपहर बाद हल्की बारिश हुई और कुछ स्थानों पर ओले भी पड़ें, जिसकी वजह से ठंड की तीव्रता और बढ़ गई। बारिश होने की वजह से जहां एक ओर ठंड बढ़ गई है, वहीं कृषि विशेषज्ञों की मानें तो यह गेहूं, आलू और सरसों की फसल के लिए काफी लाभदायक है

Update: 2019-01-07 06:43 GMT

लखनऊ। पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के कुछ इलाके में पिछले कुछ दिनों से हो रही बर्फबारी से उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में भारी सर्दी पड़ रही है। राजधानी लखनऊ और आसपास के कई इलाकों में रविवार दोपहर बाद हल्की बारिश हुई और कुछ स्थानों पर ओले भी पड़ें, जिसकी वजह से ठंड की तीव्रता और बढ़ गई। बारिश होने की वजह से जहां एक ओर ठंड बढ़ गई है, वहीं कृषि विशेषज्ञों की मानें तो यह गेहूं, आलू और सरसों की फसल के लिए काफी लाभदायक है। बारिश होने से किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर है।

रविवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे। सूर्यदेव का लुकाछिपी का खेल चलता रहा। दोपहर करीब एक बजे हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई। बारिश के साथ-साथ कुछ जगहों पर छोटे-छोटे ओले भी पड़ने लगे। बारिश और ओले की वजह से ठंड भी बढ़ गई। करीब दो बजे तक बूंदाबांदी होती रही। ठंड के चलते लोग घर से बाहर कम निकले।

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अभी तक सर्दी वाली बारिश नहीं होने से किसान परेशान थे। बेहतर फसल के लिए वर्षा जल की दरकार थी। अभी तक अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक चल रहा था, जिससे गेहूं की फसल के लिए अनुकूल नहीं माना जा रहा था। लेकिन रविवार को हुई बारिश ने किसानों की परेशानी को खत्म कर दिया है।

बाराबंकी निवासी किसान अमरेंद्र सिंह ने बताया, " बारिश से फसल में नुकसान नहीं है। मटर, सरसों, गेहूं की फसलों के लिए यह रिमझिम बारिश खाद का काम करेगी। इससे अच्छी पैदावार होगी। जितनी बारिश होगी उतना ही गेहूं की फसल में फायदा होगा। किसानों को पानी लगाने से राहत मिलेगी।"

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पिछले 24 घंटों के दौरान मुरादाबाद, बरेली और मेरठ मंडलों में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके अलावा इलाहाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, फैजाबाद, लखनऊ, बरेली तथा झांसी मंडलों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहा। इस दौरान लखनऊ तथा मेरठ मंडलों में रात के तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई इस दौरान लखीमपुर खीरी 6 डिग्री न्यूनतम तापमान के साथ राज्य का सबसे सर्द स्थान रहा।


सहारनपुर स्थित केवीके के कृषि विशेषज्ञ डॉक्टर आईके कुशवाहा ने बताया, " रविवार को हुई बारिश सभी फसलों के लिए काफी फायदेमंद है, खासकर गेहूं, आलू और सरसों के लिए। अभी तक बारिश ने होने से उतनी ठंड नहीं पड़ रही थी, जितनी जरुरत थी। गेहूं की बेहतर फसल के लिए ठंड बहुत जरूरी है। बारिश होने से तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। "

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उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पिछले कई दिनों से हिमपात हो रहा है जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में बर्फीली हवा के चलते खासी गलन महसूस की जा रही है। आंचलिक मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहा लेकिन बर्फीली हवा की वजह से लोगों को कंपकंपाती सर्दी से कोई राहत नहीं मिली। 

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