स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
उन्नाव। जिला अस्पताल में मरीजों का जमकर शोषण किया जा रहा है। ओपीडी के लिए बनने वाले पर्चे के लिए मरीजों से एक रुपये की जगह दो रुपये वसूले जा रहे थे। एक सप्ताह से अधिक समय से चल रहे इस खेल की शिकायत जब सीएमएस तक पहुंची तो वह मामले की जांच के लिए पर्चा काउंटर पहुंच गए। यहां मरीजों के साथ ही लाइन में लगकर उन्होंने अपने लिए पर्चा बनवाया।
हद तो तब हो गई जब पर्चा बना रहे युवक ने सीएमएस से भी एक रुपये की जगह दो रुपये वसूल लिए। तय फीस से अधिक रुपये वसूलने का पता चलने पर सीएमएस ने युवक को जमकर फटकार लगाई। इस बीच उसे काउंटर से हटाकर मरहम पट्टी कक्ष में भेज दिया।
जिला अस्पताल में संचालित होने वाली ओपीडी के लिए मरीजों को एक रुपये का पर्चा बनवाना पड़ता है। अस्पताल में अधिक भीड़ उमडऩे से पर्चा काउंटर को अस्पताल परिसर से बाहर स्थांतरित करवा दिया गया था। जहां पुरुष के साथ ही महिला व बुजुर्गों के लिए पर्चा बनवाने की अलग अलग व्यवस्था की गई थी।
बीते एक सप्ताह से सीएमएस डॉ एसपी चौधरी को मरीजों से शिकायत मिल रही थी कि ओपीडी पर्चा के लिए उनसे दो रुपये वसूले जा रहे है। जबकि पर्चा के लिए एक रुपये की फीस तय की गई है। सीएमएस ने मामले को पहले तो नजरंदाज किया, लेकिन लगातार शिकायत मिलने पर वह पर्चा काउंटर पर खुद ही जांच करने पहुंच गए। यहां उन्होंने पुरुष काउंटर से पर्चा बनवाकर लौट रहे लोगों से बात भी की। जिस पर उन्हें बताया गया कि उनसे दो रुपये लिए जा रहे हैं।
इस पर पर्चा बना रहे युवक को रंगे हाथ पकडऩे के लिए सीएमएस खुद ही मरीजों की लाइन में लग गए। यहां जब उनका नंबर आया तो उन्होंने अपने नाम का पर्चा बनाया। इस बीच जब फीस के तौर पर एक रुपये देने की बारी आई तो पर्चा बना रहे युवक ने सीएमएस से दो रुपये वसूल लिए। यह देख सीएमएस बिफर पड़े। उन्होंने पर्चा बना रहे युवक को फौरन काउंटर से बाहर निकाला और उसे लेकर अपने कक्ष पहुंच गए। जहां उन्होंने उसकी जमकर क्लास ली। इस बीच उसे काउंटर से हटाकर मरहम पट्टी कक्ष में भेज दिया। वहीं पर्चा निर्बाध रुप से बनते रहे इसके लिए मरहम पट्टी कक्ष में काम करने वाले युवक को काउंटर की जिम्मेदारी सौंप दी।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ एसपी चौधरी ने बताया,“ अस्पताल में मरीजों के साथ शोषण किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उन्हें कई दिन से अधिक रुपए लिए जाने की शिकायत मिल रही थी। पहले तो उन्होंने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया लेकिन जब वह जांच करने पहुंचे तो उन्हें हकीकत पता चली। अधिक रुपये वसूलने वाले युवक को काउंटर से हटा दिया गया है।”