शिवपाल संभाल सकते हैं यूपी में जेडीयू की बागडोर

Update: 2017-07-29 18:06 GMT
शिवपाल यादव।

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज मुलायम शिवपाल खेमा भारतीय जनता पार्टी की ओर रुख कर रहा है। मधुकर जेटली, यशवंत सिंह और बुक्कल नवाब उसी खेमे से जुड़ रहे हैं। उनका एमएलसी और उसके बाद में समाजवादी पार्टी से इस्तीफा ये बता रहा है कि निकट भविष्य में शिवपाल यादव भी भाजपा के और निकट जा सकते हैं। जिसके लिए रास्ता बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार निकाल रहे हैं। जिससे उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक और बड़ा भूचाल आएगा।

अमित शाह अभी तीन दिन और राजधानी में हैं। ऐसे में सियासत तेजी से बदलेगी। सियासी पंडित मान रहे हैं कि जेडीयू की यूपी में बागडोर बहुत जल्द ही शिवपाल यादव संभाल लेंगे। दूसरी ओर, भाजपा के कई ऐसे मंत्री हैं, जो विधायक नहीं हैं। ऐसे में उनके लिए सुरक्षित सीटों की तलाश और फूलपुर संसदीय सीट को बेहतर चेहरा देने के लिए भाजपा अब सपा और बसपा में सेंधमारी को और तेज करने जा रही है।

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समाजवादी पार्टी से एमएलसी अमित शाह के आने से पहले ही सपा और अपने पदों से विदाई लेने लगे। राणा यशवंत सिंह ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि, अखिलेश सदन के अपने भाषण में चीन का समर्थन करते हैं। कहते हैं कि चीन के साथ भारत को अपने संबंध नहीं बिगाड़ने चाहिये। मुझे ये बात देश के लिए गलत लगती है। इसलिए मैं पार्टी छोड़ रहा हूं। बुक्कल नवाब कहते हैं कि वे राम मंदिर बनाने में मदद करना चाहते हैं। इसलिए सपा को छोड़ रहे हैं। तीनों ही नेताओं को मुलायम सिंह यादव गुट का माना जाता रहा है।

दूसरी ओर शिवपाल यादव के एक बहुत नजदीकी समाजवादी नेता ने बताया कि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार शिवपाल यादव से बहुत प्रभावित हैं। वे उनके जनाधार से परिचित हैं। इसलिए बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद यूपी में उनके लिए जेडीयू की ओर से यूपी प्रदेश अध्यक्ष बनने का प्रस्ताव है। जिससे शिवपाल एनडीए में शामिल हो जाएंगे। आजमगढ़ में हाल ही में शिवपाल समर्थकों ने एक जनसभा का आयोजन किया था, जिसमें भारी भीड़ उमड़ी थी। जिसके बाद में एमएलसी के इस्तीफे हुए हैं।

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