ताज मकबरा है मंदिर नहीं: एएसआई

Update: 2017-08-26 11:50 GMT
ताजमहल।

नई दिल्ली। ताजमहल मंदिर है या मस्जिद इस बात को लेकर लंबे समय से चल रही बहस के बीच भारतीय पुरातत्व विभाग ( एएसआई ) ने स्थानीय कोर्ट को आपनी रिपोर्ट में कहा है कि ताजमहल मंदिर नहीं बल्कि मुमताज की याद में बनाया गया मकबरा है। गुरूवार को विभाग ने ये रिपोर्ट सौंपी है। जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि ताजमहल मंदिर नहीं है। एएसआई ने इस बात का खंडन किया है कि ताजमहल शिव मंदिर है।

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गौरतलब है कि स्थानीय कोर्ट में इस संबंध में एक याचिका 8 अप्रेल 2015 में लखनऊ के गोमती नगर निवासी अधिवक्ता हरिशंकर जैन और उनके 5 साथियों ने दायर की थी। याचिका में कहा गया था कि ताजमहल कोई मकबरा नहीं बल्कि हिंदुओं का मंदिर है। उनका कहना था कि वहां दर्शन करने और पूजा आरती की परमीशन दी जानी चाहिये।

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ताजमहल के जिन कमरों में ताला लगा है उन कमरों का ताला खुलवाने की अपील भी वकीलों ने की थी। बता दें ताजमहल में हर शुक्रवार को केवल मुस्लिमों को ही नमाज पढ़ने की इजाजत है। मामले में कोर्ट की अगली सुनवाई 11 सितंबर को होगी।

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