यूपी विधानसभा के सामने आलू फेंकने के मामले में 2 गिरफ्तार 

Update: 2018-01-13 19:42 GMT
लखनऊ एसएसपी दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करते हुए

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानभवन के सामने आलू फेंकने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने शुक्रवार देर रात यूपी विधानसभा के सामने आलू फेंकने के पांच दिन बाद पुलिस ने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं।

यूपी पुलिस लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर पूरे मामले की जानकारी दी। एसएसपी ने बताया, "बीते शुक्रवार को लखनऊ में विधानसभा, सीएम आवास और राजभवन के बाहर आलू फेंके गए थे। इसमें पुलिस ने दो लोगों को कन्नौज से गिरफ्तार किया है। ये दोनों एसपी कार्यकर्ता अंकित चौहान और गाड़ी का ड्राइवर संतोष पाल हैं।"

एसएसपी दीपक कुमार ने बताया, "हमने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तारी की और मामले का पता लगाया। इसके बाद करीब 10 हजार फोन कॉल्स डिटेल्स की जांच की गई और सामने आया कि आलू फेंकने की साजिश कन्नौज में रची गई थी। इसमें 6 लोग शामिल हैं। ये सभी समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं।" यूपी पुलिस के अनुसार कन्नौज में समाजवादी पार्टी नेता कक्कू चौहान और एक महिला नेता के पति ने ये पूरी प्लानिंग की थी।

ये भी पढ़ें:- यूपी में सड़कों पर पड़ा है आलू , जितना चाहिए उठा लाइए

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्त में लिए गए आरोपियों ने बताया कि उन्हें सरकार को बदनाम करने के लिए कहा था। साथ ही फेंके गए आलू ठठिया के कोल्ड स्टोरेज से लाए गए थे जिनके मालिकों की भूमिका की जांच भी की जाएगी। एसएसपी ने यह भी बताया कि सभी आरोपी समाजवादी पार्टी के टिकट से पंचायती चुनाव लड़ चुके हैं। मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार करने के अलावा 10 लोगों के खिलाफ हुकुम तहरीरी की गई है। साथ ही पुलिस ने साफ किया कि किसान यूनियन का पूरे मामले में कोई लेना-देना नहीं था।

एसपी कन्नौज हरीश चंदर ने बताया, "लखनऊ से क्राइम ब्रांच समेत अन्य टीमें आई थीं। उनकी मदद में जिले की पुलिस टीमों को लगाया गया था। किसी गोपनीय मामले को लेकर पुलिस ने कार्रवाई की है। छापे के पीछे कारणों की कोई जानकारी नहीं है। आगे निर्देश मिलने के बाद पुलिस अपना काम करेगी।"

बता दें कि पिछले हफ्ते शुक्रवार की रात 3 से 4 बजे के करीब विधानसभा के बाहर आलू फेंके गए थे। एसएसपी ने कहा कि यह एक आपराधिक कृत्य था जिस पर हमने आरोपियों के खिलाफ धारा 431 के तहत मामला दर्ज किया है।

ये भी पढ़ें:- विरोध का अनूठा तरीका : किसानों ने लखनऊ की सड़कों पर फैलाया आलू

Full View

Similar News