यूपी सरकार ने इन 35 जिलों के बाढ़-बारिश प्रभावित 1 लाख किसानों के लिए जारी किया मुआवजा, बैंक खातों में आएगा पैसा

बाढ़ और बारिश के चलते भारी नुकसान उठाने वाले किसानों के लिए राहत की खबर है। यूपी सरकार ने 1 लाख किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए राज्य आपदा मोचक निधि से 160 करोड़ रुपए जारी किए हैं। सरकार ने 35 जिलों के लिए ये मुआवजा जारी किया है।

Update: 2021-10-29 07:34 GMT

राज्य आपदा मोचक निधि से 160 करोड़ रुपए किसानों को मुआवजा देने के लिए जारी किए गए।

लखनऊ (यूपी)। उत्तर प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ से तबाह हुए किसानों को बड़ी राहत देते हुए प्रदेश सरकार ने मुआवजा राशि जारी कर दी है। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित 35 जिलों के किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए बुधवार को 160 करोड़ रुपए जारी किए गए। इससे पहले 23 अक्टूबर को भी राज्य सरकार ने 2021-22 में आई बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 77 करोड़ रुपए और 26 अक्टूबर को 30 करोड़ रुपए जारी किए गए थे।

यूपी सरकार ने बयान के मुताबिक अब तक करीब 180 करोड़ रुपए के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है, जिसके सापेक्ष में 160 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई है। प्रदेश के एक लाख से अधिक किसानों के लिए राज्य आपदा मोचक निधि के जरिए आर्थिक सहायता दी जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले हफ्ते बाढ़ और बारिश की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए थे जल्द से जल्द नुकसान का आंकलन कर प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाए।

उत्तर प्रदेश के करीब 3 दर्जन जिलों ने जून से लेकर अक्टूबर तक कई जिलों चरण की  बाढ़ में हजारों एकड़ फसल बर्बाद हुई है। जून में शुरु हुई बारिश का सिलसिला अक्टूबर के आखिर तक जारी है। अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में भी कन्नौज के कई आधा दर्जन से ज्यादा जिले गंगा की बाढ़ में जलमग्न हैं। इससे पहले 17-19 अक्टूबर को हुई भारी बारिश और उत्तराखंड से छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी के चलते लखीमपुर, सीतापुर, बिजनौर, बाराबंकी, गोंडा, श्रावस्ती समेत दर्जनों जिलें बाढ़ की चपेट में आ गए थे। यूपी में साल 2021 के दौरान बुंदेलखंड के हमीरपुर, जालौन, बांदा से लेकर पूर्वांचल में मऊ, गोरखपुर, संतकबीर नगर, कुशीनगर, आजमगढ़ में भारी तबाही मचाई तो अवध क्षेत्र में बाराबंकी, गोंडा, अयोध्या, सीतापुर, लखीमपुर समेत कई इलाकें महीनों जल बाढ़ की चपेट में रहे। इस दौरान किसानों का भारी नुकसान हुआ। 2021 के दौरान यूपी में पूर्वांचल सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित इलाको में रहा है।

यूपी सरकार ने जारी बयान में कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है। आर्थिक सहायता के जरिए किसानों के नुकसान को कम करने की कोशिश है।

इससे पहले 26 अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कृषि निवेश अनुदान के अंतर्गत दी किए जा रहे राहत कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई फसलों की मुआवजा राशि का वितरण प्रभावित किसानों को शीघ्र किया जाए। इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि 35 जनपदों के 90,950 प्रभावित किसानों के लिए 30 करोड़, 54 लाख, 16 हजार 203 रुपए की राशि राज्य आपदा मोचक निधि से जारी की जा रही है।

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बैठक में बताया कि 35 जनपदों-अम्बेडकरनगर, अलीगढ़, आजमगढ़, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, गाजीपुर, गोण्डा, गोरखपुर, चन्दौली, चित्रकूट, जालौन, झांसी, देवरिया, पीलीभीत, बलरामपुर, बलिया, बस्ती, बहराइच, बाराबंकी, बिजनौर, मऊ, महराजगंज, महोबा, मिर्जापुर, मुरादाबाद, ललितपुर, वाराणसी, श्रावस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सुल्तानपुर तथा हमीरपुर के 90,950 प्रभावित किसानों के लिए 30 करोड़ 54 लाख 16 हजार 203 रुपए की धनराशि राज्य आपदा मोचक निधि से जारी की गई है। मुआवजे की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जा रही है।

इससे पहले 23 अक्टूबर को राज्य सरकार ने 77 करोड़ 88 लाख 96 हजार, 748 रुपए जारी किए थे। राहत की राशि 35 जिलों के 235122 किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए जारी की गई थी।

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17-19 अक्टूबर की बारिश में धान, सब्जी की फसलों को भारी नुकसान

17-19 अक्टूबर को हुई बारिश में यूपी में 35 से ज्यादा जिलें प्रभावित हुए। ये बारिश ऐसे वक्त हुई जब किसानों को बिल्कुल भी बारिश की उम्मीद नहीं थी। उनका धान खेतों में तैयार खड़ा था, या फिर काटा जा रहा था। लगातार बारिश ने धान की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया। धान के साथ ही अतिवृष्टि से सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान हुआ। गांव कनेक्शन ने इस संबंध में लगातार कई जिलों से रिपोर्ट की हैं। संबंधित खबरें यहां पढ़ें 

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