ICMR की चेतावनी: किसानों में मानसिक बीमारी बढ़ा रहा कीटनाशक
ICMR की चेतावनी: किसानों में मानसिक बीमारी बढ़ा रहा कीटनाशक

By Manvendra Singh

ICMR की नई रिपोर्ट चेतावनी देती है कि भारत में लंबे समय तक कीटनाशकों के संपर्क में रहने वाले किसानों में मानसिक बीमारियों का खतरा लगभग तीन गुना बढ़ जाता है। पश्चिम बंगाल में किए गए अध्ययन में याददाश्त कमजोर होने से लेकर डिप्रेशन और मूवमेंट डिसऑर्डर तक गंभीर प्रभाव सामने आए हैं।

ICMR की नई रिपोर्ट चेतावनी देती है कि भारत में लंबे समय तक कीटनाशकों के संपर्क में रहने वाले किसानों में मानसिक बीमारियों का खतरा लगभग तीन गुना बढ़ जाता है। पश्चिम बंगाल में किए गए अध्ययन में याददाश्त कमजोर होने से लेकर डिप्रेशन और मूवमेंट डिसऑर्डर तक गंभीर प्रभाव सामने आए हैं।

क्या बढ़ती महंगाई पर बढ़ा गन्ने का दाम किसानों के लिए वाकई राहत लेकर आया है?
क्या बढ़ती महंगाई पर बढ़ा गन्ने का दाम किसानों के लिए वाकई राहत लेकर आया है?

By Manvendra Singh

बढ़ती महंगाई पर बढ़ा गन्ने का दाम। क्या किसानों के लिए वाकई राहत?
बढ़ती महंगाई पर बढ़ा गन्ने का दाम। क्या किसानों के लिए वाकई राहत?

By Manvendra Singh

धान की खेती के बाद की चुनौतियां: खरपतवार नियंत्रण से लेकर खाद प्रबंधन तक
धान की खेती के बाद की चुनौतियां: खरपतवार नियंत्रण से लेकर खाद प्रबंधन तक

By Manvendra Singh

धान की रोपाई के बाद असली खेती शुरू होती है- जब खरपतवार, पोषण प्रबंधन, पानी की मात्रा और नकली खाद जैसी चुनौतियाँ सामने आती हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यदि किसान इस चरण में जागरूक रहें तो उत्पादन भी बढ़ता है और लागत भी घटती है।

धान की रोपाई के बाद असली खेती शुरू होती है- जब खरपतवार, पोषण प्रबंधन, पानी की मात्रा और नकली खाद जैसी चुनौतियाँ सामने आती हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यदि किसान इस चरण में जागरूक रहें तो उत्पादन भी बढ़ता है और लागत भी घटती है।

प्राकृतिक खेती से जीवन में क्रांति: पिछले 16 साल में दवाई पर नहीं खर्च किया एक भी रुपया
प्राकृतिक खेती से जीवन में क्रांति: पिछले 16 साल में दवाई पर नहीं खर्च किया एक भी रुपया

By Manvendra Singh

प्रदूषित खेती और बढ़ती बीमारियों के इस दौर में उत्तर प्रदेश के किसान प्रदीप दीक्षित ने एक अनोखा रास्ता चुना - प्राकृतिक खेती। पिछले 16 सालों से न उन्होंने कोई दवा खाई, न अपने खेतों में कोई रसायन डाला। उनके खेत अब ज़हरमुक्त हैं, मिट्टी फिर से ज़िंदा हो गई है और परिवार पूरी तरह स्वस्थ है। यह कहानी बताती है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो मिट्टी और जीवन दोनों को स्वस्थ बनाया जा सकता है- बिना ज़हर, बिना दवाई।

प्रदूषित खेती और बढ़ती बीमारियों के इस दौर में उत्तर प्रदेश के किसान प्रदीप दीक्षित ने एक अनोखा रास्ता चुना - प्राकृतिक खेती। पिछले 16 सालों से न उन्होंने कोई दवा खाई, न अपने खेतों में कोई रसायन डाला। उनके खेत अब ज़हरमुक्त हैं, मिट्टी फिर से ज़िंदा हो गई है और परिवार पूरी तरह स्वस्थ है। यह कहानी बताती है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो मिट्टी और जीवन दोनों को स्वस्थ बनाया जा सकता है- बिना ज़हर, बिना दवाई।

कई सौ साल पुराना है आम का यह पेड़, जहां से हुई थी दशहरी आम की शुरुआत
कई सौ साल पुराना है आम का यह पेड़, जहां से हुई थी दशहरी आम की शुरुआत

By Manvendra Singh

भारत से पूरी दुनिया में आम की कई किस्में निर्यात की जाती हैं, इनमें से दशहरी आम की किस्म भी है, लेकिन क्या आपको पता है कि दशहरी आम की शुरुआत कहां से हुई?

भारत से पूरी दुनिया में आम की कई किस्में निर्यात की जाती हैं, इनमें से दशहरी आम की किस्म भी है, लेकिन क्या आपको पता है कि दशहरी आम की शुरुआत कहां से हुई?

बिहार: किसानों को 90% सब्सिडी पर मिल रहे रबी फसलों के बीज, ऑनलाइन डिलीवरी की भी सुविधा
बिहार: किसानों को 90% सब्सिडी पर मिल रहे रबी फसलों के बीज, ऑनलाइन डिलीवरी की भी सुविधा

By Manvendra Singh

बीजों के वितरण के लिए ऑनलाइन डिलीवरी की भी सुविधा है जिसके ज़रिये किसानों को घर बैठे बीज मिल पायेगा। डिलीवरी के लिए गेहूं के बीज पर 2 रूपए और अन्य बीजों पर 5 रूपए प्रति किलो के हिसाब से डिलीवरी चार्ज देना होगा।

बीजों के वितरण के लिए ऑनलाइन डिलीवरी की भी सुविधा है जिसके ज़रिये किसानों को घर बैठे बीज मिल पायेगा। डिलीवरी के लिए गेहूं के बीज पर 2 रूपए और अन्य बीजों पर 5 रूपए प्रति किलो के हिसाब से डिलीवरी चार्ज देना होगा।

COP30 : जलवायु पर दुनिया की सबसे बड़ी बैठक, लेकिन इसका सबसे बड़ा असर भारत के गाँवों पर क्यों पड़ेगा?
COP30 : जलवायु पर दुनिया की सबसे बड़ी बैठक, लेकिन इसका सबसे बड़ा असर भारत के गाँवों पर क्यों पड़ेगा?

By Manvendra Singh

आईवीएफ (IVF) इलाज कब और कैसे होता है? जानें इससे जुड़े क्या हैं नियम
आईवीएफ (IVF) इलाज कब और कैसे होता है? जानें इससे जुड़े क्या हैं नियम

By Manvendra Singh

आईवीएफ को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं; आखिर इसको लेकर क्या नियम होते हैं और यह तकनीक कितनी कारगर होती है, चलिए जानते हैं।

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कभी खेतों में बाड़ के रूप में इस्तेमाल होने वाला जंगली पौधा, आज लद्दाख के किसानों की कमाई करा रहा
कभी खेतों में बाड़ के रूप में इस्तेमाल होने वाला जंगली पौधा, आज लद्दाख के किसानों की कमाई करा रहा

By Manvendra Singh

ट्रांस हिमालय और लेह लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों पर एक जंगली पौधा पाया जाता है; जिसे उत्तराखंड में अमेस और हिमाचल में छरमा के नाम से जाना जाता है, ये पौधा है सी बकथॉर्न। आजकल यह पौधा यहाँ के लोगों की कमाई करा रहा है।

ट्रांस हिमालय और लेह लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों पर एक जंगली पौधा पाया जाता है; जिसे उत्तराखंड में अमेस और हिमाचल में छरमा के नाम से जाना जाता है, ये पौधा है सी बकथॉर्न। आजकल यह पौधा यहाँ के लोगों की कमाई करा रहा है।

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