‘टिकट जुगाड़ ऐप’ से कन्फर्म होगा ट्रेन टिकट

Update: 2016-02-18 05:30 GMT
gaon connection, गाँव कनेक्शन

जमशेदपुर। ट्रेन से सफर करना है, लेकिन टिकट कन्फर्म नहीं है। हर जगह सिर्फ़ वेटिंग ही वेटिंग। इस दिक्कत को दूर करने के लिए दो छात्रों ने मिलकर 'टिकट जुगाड़' ऐप तैयार किया है। यह ख़ास ऐप कन्फर्म टिकट के ढेर सारे ऑप्शन बताता है।

यह ऐप आईआईटी खड़गपुर में सेकंड ईयर के छात्र रुनाल जाजू ने अपने चचेरे भाई शुभम बलदेवा की मदद से बनाया है। शुभम बलदेवा भी एनआईटी जमशेदपुर में पढ़ाई कर रहे हैं। 

रुनाल जाजू का कहना है कि उन्हें एक बार अपने घर औरंगाबाद जाना था लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद उन्हें वेटिंग टिकट ही मिला, लेकिन जब वो ट्रेन में चढ़े तो देखा की कई सीटें खाली थीं तभी उन्होंने तकनीक की मदद से इस समस्या को हल निकालने की ठानी।

कैसे काम करता है जुगाड़ ऐप ?

रुनाल बताते हैं "हर स्टेशन पर ट्रेन के लिए टिकट का तय कोटा होता है, यानी आपको सफर ‘ए’ स्टेशन से शुरू करना है, लेकिन वहां कोटा फुल है। एक भी टिकट कन्फर्म नहीं है। ऐसे में यह ऐप ट्रेन के रूट पर ‘ए’ स्टेशन से पहले या बाद का वह स्टेशन तलाशता है, जहां कोटा खाली है।

तब आप इसी ऐप पर क्लियरट्रिप टिकट एजेंसी की मदद से कन्फर्म टिकट बुक करा सकते हैं। जाजू का कहना है कि कुछ टिकट एजेंट एक्सपर्ट होते हैं। उन्हें हर स्टेशन का कोटा रटा हुआ होता है। वो कन्फर्म टिकट दिला देते हैं, लेकिन भारी-भरकम फीस भी वसूलते हैं।

इसके मुकाबले यह ऐप फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है। सर्विसेस के लिए भी पैसे नहीं लगते और ऐड भी नहीं हैं। अब रुनाल और शुभम टिकट बुकिंग का लाइसेंस लेने की तैयारी में हैं, ताकि खर्च निकाल सकें।

डेढ़ लाख रुपए का इनाम जीत चुका है जाजू का स्टार्टअप

आईआईटी की एंटरप्रेन्योरशिप सेल ने इस ऐप को सपोर्ट किया है। जाजू के इस स्टार्टअप को आईआईटी खड़गपुर के ग्लोबल बिजनेस मॉडल प्रतियोगिता में डेढ़ लाख रुपए का फर्स्ट इनाम भी मिला है।

फिलहाल टिकट जुगाड़ ऐप सिर्फ एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर है। इस ऐप को एक महीने में पांच हजार से ज्यादा बार डाउनलोड किया चुका है। अब वो इसे साइट के साथ ही एप्पल के आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम पर भी लाना चाहते हैं। 

आईआरसीटीसी ने टिकट बुकिंग नियम बदले

आईआरसीटीसी ई-टिकटों के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए नया तरीका इस्तेमाल करने जा रही है। वेबसाइट पर अब एक यूजर आईडी से एक महीने में केवल छह टिकट ही बुक किए जा सकेंगे।

नया नियम 15 फरवरी से लागू हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक रेलवे दलालों पर लगाम कसने के लिए यह तरीका इस्तेमाल करने जा रही है। मौजूदा समय में एक आईडी पर हर महीने टिकट बुकिंग लिमिट10 टिकट से घटाकर सिर्फ़ 6 टिकट कर दिया गया है।

रेलवे विभाग के मुताबिक़ देश में 90 फीसदी लोग एक आईडी से एक महीने में ज्यादा से ज्यादा छह टिकट ही बुक कराते हैं, जबकि केवल 10 फीसदी लोग ही छह से ज्यादा टिकट बुक कराते हैं, इसी सर्वे के आधार पर एक यूजर आईडी पर टिकट बनाने की लिमिट कम कर दी गई है।"

रिपोर्टिंग - अम्बाती रोहित 

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