करोड़पति बना 8वीं फेल लड़का, मुकेश अंबानी भी हैं इसके क्लाइंट

Update: 2017-11-22 12:43 GMT
त्रिशनित अरोरा साइबर सिक्युरिटी एक्सपर्ट

लखनऊ। अक्सर पाता-पिता अपने बच्चे की पढ़ाई को लेकर परेशान रहते हैं, वो चाहते हैं कि उनको बच्चा पढ़-लिख कर नई उनका नाम रौशन करे। लेकिन मुंबई में रहने वाले इस लड़के ने 8वीं फेल होने के बावजूद कुछ ऐसा कर दिखाया जिसने उसके पाता-पिता का सर गर्व से उंचा कर दिया है। 23 साल की उम्र का यह लड़का आज करोड़पति है और अपना एक अलग मुकाम बना चुका है। मुकेश अंबानी सहित बड़ी-बड़ी कंपनिया इसकी क्लाइंट हैं।

हम बात कर रहे हैं मुंबई के रहने वाले त्रिशनित अरोरा की। ह्यूमन ऑफ बॉम्बे के फेसबुक पेज पर त्रिशनित की कामयाबी की कहानी प्रकाशित हुई है। इसमे त्रिशनित के बारे में कई रोचक जानकारिया दी गई हैं। स्कूल के दिनों में त्रिशनित का मन पढ़ाई में नहीं लगता था। इससे उनका परिवार भी परेशान रहता था। लेकिन आज उसके शौक ने उसे एक अलग मुकाम हासिल करने में मदद की है। त्रिशनित साइबर सिक्युरिटी एक्सपर्ट बनकर करोड़ों की इनकम कर रहा है।

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पोस्ट में बताया गया है कि त्रिशनित बचपन से ही अपने खिलौने और गैजेट्स को खोल कर उसके अंदर देखता था कि वो कैसे काम करता है। वह हमेशा वीडियो गेम खेलता रहता था और इससे उसके पिता काफी परेशान रहते। उनके पिता रोज कंप्यूटर का पासवर्ड चेंज करते लेकिन त्रिशनित पासवर्ड क्रेक कर गेम खेलना लगता। इसे देखकर उनके पिता प्रभावित हुए और नया कंप्यूटर लाकर दे दिया। एक दिन त्रिशनित की प्रिंसिपल ने उनके माता-पिता को स्कूल बुलाकर बताया कि उनका बेटा 8वीं में फेल हो गया है।

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त्रिशनित ने बताया कि मुझे इतिहास और भूगाल समझ में नहीं आ रहा था। मेरे पाता-पिता ने मुझपर चिल्लाने के बजाए मुझसे पूछा कि वह क्या करना चाहते हैं? इसपर त्रिशनित ने कहा कि वह कंप्यूटर में अपना कॅरियर बनाएंगे। इसके बाद उसने स्कूल छोड़ दिया, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि मैने सीखना बंद कर दिया, वास्तव में मेरे सीखने में तीन गुणा बढ़ोतरी हुई। मैं कंप्यूटर की बारीकियां सीखने लगा। 19 साल की उम्र में वह कंप्यूटर फिक्सिंग और सॉफ्टवेयर क्लीनिंग करना सीख गया। फिर एक छोटे प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया। उसके काम की एवज में उसे पहला चेक 60 हजार रुपए का मिला।

इस राशि से उसने खुद की कंपनी खोलने का प्लान बनाया। आज उसकी कंपनी को टीएसी सेक्यूरिटी सॉल्यूशन के नाम से जाना जाता है। यह कंपनी साइबर सिक्युरिटी के क्षेत्र में काम कर रही है। आठवीं में फेल होने बाद स्कूल से दूरी बना ली और 12वीं डिस्टेंस एजुकेशन से करके और बीसीए किया। त्रिशनित ने 21 साल की उम्र में अपनी कंपनी की शुरुआत कर दी थी।

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आज त्रिशनित ने एक मुकाम हासिल कर लिया है। अब रिलायंस, पंजाब पुलिस, एवन साइकिल और अमूली जैसी बड़ी कंपनियां साइबर सिक्युरिटी से जुड़ी उनकी सेवाएं ले रही हैं। त्रिशनित ने बताया कि मैने हालही में भारत के चार शहरों और दुबई में एक ऑफिस शुरू किया है। त्रिशनित ने हैकिंग पर भी 'हैकिंग टॉक विद त्रिशनित अरोड़ा' 'दि हैकिंग एरा' और 'हैकिंग विद स्मार्ट फोन्स' नाम से किताबें लिखी हैं।

वो कहते हैं कि आज मैं यहां हूँ क्योंकि जब मैं फेल हुआ, तो मेरे माता-पिता मुझपर चिल्लाए नहीं, मुझे अलग से ट्यूशन लेने के लिए मजबूर नहीं किया, उन्होंने मुझे समझा। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि शिक्षा जरूरी नहीं है, मैं जो कह रहा हूं वह है कि आप सीखना कैसे चुनते हैं।

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