ई-रजिस्ट्री लगाएगी भष्ट्राचार पर अंकुश

Update: 2017-12-07 20:18 GMT
फोटो साभार: इंटरनेट

लखनऊ। घर और मकान लेने पर खरीदारों के साथ हेरा-फेरी करने वालों पर अब सरकार ने नकेल कसने की तैयारी कर ली है। अब जमीनों के बैनामे ई-रजिस्ट्री के जरिए होंगे। सरकार की इस पहल से फर्जीवाड़ा करने वाल तुरंत और आसानी से पकड़ में आ जाएंगे।

‘गाँव कनेक्शन’ ने ई-रजिस्ट्री पर एआईजी स्टाम्प एवं निबंधन प्रथम एसके त्रिपाठी से खास बातचीत की। पढ़िए, ऑनलाइन रजिस्ट्री से आम लोगों को क्या मिलेगा फायदा।

एसके त्रिपाठी, एआईजी स्टाम्प एवं निबंधन प्रथम 

सवाल: ऑनलाइन रजिस्ट्री का मतलब क्या है?

उत्तर: ऑनलाइन रजिस्ट्री का मतलब यह है कि जो रजिस्ट्री कराने वाले पक्षकार हैं, उसकी रजिस्ट्री ऑनलाइन इंटरनेट पर मौजूद रहेगी, पक्षकार जब चाहे अपनी रजिस्ट्री को देख सकता है, उसे कार्यालय के चक्कर नही लगाने पड़ेंगे और इससे काफी समय भी बचेगा।

सवाल: ऑनलाइन रजिस्ट्री की प्रक्रिया क्या है?

उत्तर: पहले जब कार्यालय में लेखपत्र आते थे तो उसको कार्यालय में कम से कम 20 मिनट फीडिंग करने में लगता था, ये फीडिंग जब बाहर से हो जाएगी तो कार्यालय का काम सिर्फ इतना रह जाएगा कि पक्षकार की फोटो और अंगूठा निशानी लगाकर रजिस्ट्री कम्प्लीट हो जाएगी, जो काम पहले 20 मिनट में होता था, वो अब 5 मिनट में हो जाएगा।

सवाल: ऑनलाइन रजिस्ट्री के क्या फायदे हैं?

उत्तर: हमारे उपनिबन्धन कार्यालयों की कार्य क्षमता बढ़ जाएगी, जहां 25 रजिस्ट्री उपनिबंधक कार्यालय कर पाता था, वही अब 100 रजिस्ट्री हो सकेंगी। बढ़ती जनसंख्या के कारण लेखपत्र भी बढ़ गए हैं, लखनऊ में लगभग 1 लाख रजिस्ट्री प्रतिवर्ष होती है, जिसमें हर साल 10 से 20 प्रतिशत की वृद्धि होती है, ई-रजिस्ट्री से यह व्यवस्था पूर्ण रूप से पारदर्शी हो जाएगी।

सवाल: ऑनलाइन रजिस्ट्री से आम जनमानस को क्या फायदे होंगे?

उत्तर: मुख्य फायदा यही है कि भष्ट्राचार पर अंकुश लगेगा, पारदर्शिता रहेगी, अगर कोई फर्जी रजिस्ट्री होती है तो तुरंत पकड़ में आ जाएगी, अगर यहां से 200 किमी दूर भी कोई रजिस्ट्री हो रही है तो रजिस्ट्री होते ही शासन के संज्ञान में आ जाएगी। साथ ही आम जनमानस के लिए सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर कोई पक्षकार कम्प्यूटर में दक्ष है तो वह ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन कराकर लेख पत्र से रजिस्ट्री करा सकता है।

सवाल: वकीलों द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्री का विरोध किया जा रहा है, इसका क्या कारण है?

उत्तर: विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि अभी उन्हें प्रेरणा वर्जन तीन की पूरी जानकारी नहीं है, प्रेरणा वर्जन तीन प्रेरणा वर्जन 2 से अपडेट हुआ है, प्रेरणा वर्जन एक और दो पर अधिवक्ता कार्य कर रहे हैं, प्रेरणा वर्जन तीन इनकी अपेक्षा से सरल व सुगम है। और ये व्यवस्था वकीलों के लिए भी हितकर है, वो भीड़ में जाने से बचेंगे और अपने चेम्बर से ही या जहां वो हो वहां से डाटा फीड करा सकते हैं, जिससे उनके समय की बचत होगी और वो ज्यादा रजिस्ट्री करा सकेंगे।

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