फेसबुक पर फर्जी, गलत ख़बर और फोटो डालना पड़ सकता है महंगा, जानिए क्या क्या मिल सकती है सजा ?

अगर आप फेसबुक पर गलत खबरे डालेंगे या फिर झूठे पेज बना कर लोगों में गलत मैसेज भेजेंगें तो फेसबुक आपको माफ़ नहीं करेगा। फेसबुक आपके पेज को डिलीट कर देगा।

Update: 2018-07-17 10:55 GMT

फेसबुक पर एक वेबसाइट का पेज था, रोज उसे लाखों लोग पढ़ते थे, उसकी खूब चर्चा भी होती थी, हजारों हजार शेयर होते थे, लेकिन अब वो पेज गायब हो गया है। ये पेज खुद फेसबुक ने गायब किया है, जानते हैं क्यों, क्योंकि वो फर्जी ख़बरें डालता था, मनगढ़ंत कहानियां लिखता था.. अगर आप की भी कोई वेबसाइट, ब्लॉग या फिर अपनी ही फेसबुक प्रोफाइल है और आप भी ऐसी ख़बरें, ऐसी पोस्ट शेयर करते हैं, तो सावधान हो जाइए।

अगर आप फेसबुक पर गलत खबरे डालेंगे या फिर झूठे पेज बना कर लोगों में गलत मैसेज भेजेंगें तो फेसबुक आपको माफ़ नहीं करेगा। फेसबुक आपके पेज को डिलीट कर देगा।


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समाज में सोशल वेबसाइट को नफरत फैलाने का नया जरिया मान लिया गया है। फर्जी और झूठी खबरें डालकर लोग हिंसा तक फैला देते हैं और इतना ही नहीं इस हिंसा से कई बार लोगों की मौत तक हो जाती है। इसे देखते हुए फेसबुक ने एक नया कदम उठाया और फर्जी खबरे फैलाने वाली वेबसाइट पोस्ट कार्ड को फेसबुक पेज से डिलीट कर दिया है। कई लोगों के द्वारा फेसबुक पर इस पेज को रिपोर्ट किये जाने की वजह से फेसबुक ने ये कदम उठाया है।

पोस्टकार्ड को फेसबुक से हटाने के लिए कई सारे कारण है, जैसे कि हाल ही में पोस्टकार्ड के संस्थापक महेश विक्रम हेगड़े ने अपने ट्वीट द्वारा ये दावा किया था कि 2006 से लेकर 2018 हुए बलात्कारों में से 96 प्रतशित बलात्कार हिन्दू महिलाओं के साथ हुए हैं। इस खबर के बाद फेक न्यूज़ का पर्दाफाश करने वाली वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ ने इसकी सच्चाई जानने की कोशिश की। ऑल्ट न्यूज़ ने जब राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अध्यक्ष से बात की तब वहां से पता चला कि क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यह खबर झूठी है क्योंकि डेटा कभी जाति के अधार पर नहीं दिया जाता है।

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पोस्टकार्ड के संस्थापक महेश विक्रम हेगड़े को एक फर्जी खबर फैलाने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने ने खबर फैलाई थी कि जैन मुनि के ऊपर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हमला करके उन्हें घायल कर दिया है उसके साथ एक फोटो भी थी। इस खबर की सच्ची का जब पता लगाया गया तब सच्चाई सामने यह आई कि जैन मुनि किसी दुर्घटना में घायल हुए थे। विक्रम हेगड़े की गिरफ्तारी के ढाई महीने बाद फेसबुक ने पोस्टकार्ड को डिलीट कर दिया है।


ऑल्ट न्यूज़ के संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने एक इंटरव्यू में कहा कि पोस्टकार्ड पेज डिलीट होना अच्छी खबर है क्योंकि इसके जरिये कई फेक खबरें लोगों तक पहुंचाई जा रही थी, लेकिन एक और बात है कि कई अलग-अलग लोग कई पेज चलाते हैं, जिनके मिलियन फॉलोवर हैं। इससे ये तो नहीं होगा कि उनका मुद्दा बंद हो जायेगा लेकिन थोड़ी राहत जरुर है।

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बात यह है कि सिर्फ फेसबुक पर पोस्टकार्ड पेज को डिलीट कर देने से फेक न्यूज़ फैलाने का सिलसिला खत्म हो जायेगा नहीं। ऐसी जितनी भी वेबसाइट हैं उन सभी को सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म से ख़त्म किया जाना चाहिए।

इन मुद्दों पर काम करने वाली और आईपीएस ऑफिसर रीमा राजेश्वरी ने बताया, "हम हर बात पर डिजिटल और सोशल मीडिया को नहीं कह सकते हैं। लोगों को बार-बार कई माध्यमों से बताया जाता कि इन खबरों पर विश्वास मत करो ये खबरे झूठी हैं लेकिन लोग फिर भी उन्हीं खबरों पर जाते हैं तो इन सब चीजों में लोगों की भी गलती है। हम सिर्फ किसी एक की गलती दें ये गलत है इसमें डिजिटल और सोशल मीडिया के साथ-साथ लोगों का भी दोष है।"

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ऐसे करें रिपोर्ट

फेसबुक एक हर एक कंटेंट में डराने, धमकाने और इसी तरह की दूसरी घटनाओं के लिए रिपोर्ट का आप्शन दिया है, जिसके लिए फेसबुक सातों दिन और चौबीसों घंटे काम करता है। रिपोर्ट किये गये मामलों की फेसबुक जांच करता है फिर उसेक बाद उस कंटेंट पर उचित कार्यवाई करता है। फेसबुक पर बनने वाले पेज और प्रोफाइल में रिपोर्ट का आप्शन दिया रहता है। अगर आप किसी व्यक्ति या फिर किसी पेज के लिए रिपोर्ट करते हैं तो फेसबुक आपसे कुछ आप्शन पूछता है। आप्शन क्लिक करने बाद फेसबुक आपके रिपोर्ट को दर्ज कर लेता है और फिर उचित कार्यवाई करता है 

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