IS के चंगुल से छूटे यमन से अपहृत भारतीय पादरी

Update: 2017-09-12 18:34 GMT
भारतीय पादरी टॉम उजुननलिल

लखनऊ। पिछले कुछ वक्त से अरब के कई देशों में आईएस आतंकियों की वजह से जनजीवन प्रभावित रहा। इस दौरान कई भारतीयों को भी प्रभावित देशों में अगवा किया गया था। यमन में चरमपंथियों द्धारा एक साल पहले अगवा किए गए भारतीय पादरी टॉम उजुननलिल को बचा लिया गया है। इसमें भारतीय विदेश मंत्रालय की कोशिशों का भी काफी बड़ा योगदान है।

फादर टॉम को मार्च 2016 को दक्षिणी यमन में स्थित मदर टेरेसा ओल्ड एज होम से आइएस आतंकियों ने अगवा किया था। ओमान के विदेश मामलों के मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद अपहृत पादरी को मुक्त कराया जा सका है। उन्हें मस्कट लाया गया है। मस्कट से उन्हें उनके गृहनगर केरल लाया जाएगा। फादर की रिहाई पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने खुशी जताई है।

ये भी पढ़ें- सरकारी रिपोर्ट : किसान की आमदनी 4923 , खर्चा 6230 रुपए

सुषमा स्वराज ने लिखा, 'मुझे यह बताते हुए खुशी है कि फादर टॉम उजुनालिल को छुड़ा लिया गया है।' फादर टॉम केरल रहने वाले हैं। रिहाई पर उन्होंने ईश्वर का शुक्रिया अदा किया है। फादर को पिछले साल मार्च में एक ओल्ड एज होम से से किडनैप किया गया था। इसके बाद दिसंबर में एक विडियो मेसेज सामने आया था, जिसमें उन्होंने अपनी रिहाई की अपील की थी। फादर की रिहाई के लिए केरल की सरकार केंद्र से बार-बार अपील कर रही थी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कह चुकी थीं कि हम फादर टॉम की रिहाई को लिए कोई कोशिश बाकी नहीं छोड़ेंगे।

ये भी पढ़ें- अर्धकुंभ में संतो का जारी होगा आईकार्ड, फर्जी बाबाओं पर लगेगी लगाम

Similar News