अगर रेलवे की बात मान ले बैंक तो और सस्ती मिलेगी ट्रेन टिकट, जानें कैसे

Update: 2017-12-02 14:11 GMT
प्रतीकात्मक फोटो

लखनऊ। भारतीय रेलवे लगातार यात्रियों को सुविधा देने के लिए एक से एक बड़े कदम उठा रही है इन्हीं कदमों में एक कदम ऑनलाइन टिकट बुक कराने पर लगने वाला चार्ज खत्म करने की ओर बढ़ाया है। अगर बैंक भारतीय रेलवे की बात मान जाती हैं तो रेल यात्रियों के लिए टिकट सस्ती हो जाएगी।

बैंकों से चार्ज कम करने का किया अनुरोध

दरअसल भारतीय रेलवे ने सभी बैंकों के प्रमुखों को एक पत्र लिखा है। उसमें रेलवे ने बैंकों से ऑनलाइन लेनदेन के लिए लिये जाने वाले चार्ज को खत्म करने का अनुरोध किया है। रेलवे ने बैंकों को भरोसा दिलाया है कि अगर वह ऑनलाइन लेनदेन के लिए मर्चंट डिस्काउंट चार्ज (एमडीआर) को खत्म करते हैं या फिर कम करते हैं, तो इससे सभी को फायदा होगा।

एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रेलवे ने इस पत्र में लिखा है कि अगर बैंक ऑनलाइन ट्रांजैक्शन चार्ज खत्म करते हैं, तो इससे रेलवे का खर्च घटेगा। जिसका सीधा फायदा आम लोगों को सस्ते टिकट के तौर पर मिलेगा।

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रेल टिकट हो जाएंगे सस्ते

रेलवे ने कहा कि यह कदम न सिर्फ रेलवे और आम लोगों को फायदा दिलाएगा, बल्कि कैशलेस इकोनॉमी के साथ ही बैंकों के लिए भी यह फायदेमंद होगा। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि इस कदम से विंडो बुकिंग में होने वाले खर्च में कमी आएगी। यह खर्च कम होने से टिकट सस्ते हो जाएंगे।

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बैंकों को रेलवे देगा ये सुविधाएं

अधिकारी ने बताया कि भारतीय रेलवे ने बैंकों से कहा है कि अगर वह ऑनलाइन लेनदेन के चार्जेज कम करते हैं या फिर पूरी तरह खत्म करते हैं, तो रेलवे ऐसे बैंकों की सुविधाओं को अपने डिपोजिट रखने के लिए यूज करेगा। इसके साथ ही अपने कर्मचारियों की सैलरी भी इन बैंकों के खातों में क्रेडिट करवाएगा।

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ये लगता है चार्ज

बता दें कि मर्चंट डिस्काउंट चार्ज बैंकों की तरफ से वसूला जाता है। यह चार्ज डेबिट और क्रेडिट कार्ड की सेवा देने के नाम पर लिया जाता है। यह चार्ज 10 रुपये से लेकर लेनदेन का 1.8 फीसदी और टैक्स हो सकता है। भारतीय रेलवे पिछले कुछ महीनों से लगातार डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने में जुटी हुई है।

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