मैं मेरे गाँव को क्या दूंगा ये सभी को संकल्प करना होगा - पीएम मोदी  

Update: 2017-10-11 14:04 GMT
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नई दिल्ली। नाना जी देशमुख की जन्म शताब्दी पर प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में कहा कि आप सब 2022 तक मै मेरे गाँव को क्या दूंगा ये सभी को संकल्प करना होगा।

पीएम ने कहा आज गाँव का आदमी भी शहर की जिंदगी जीना चाहता है। अगर शहर में बिजली आती है तो गाँव में भी बिजली जगमगानी चाहिए।

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अगर शहर का बच्चा स्कूल की प्रयोगशाला में जाता है तो गाँव का बच्चा भी प्रयोगशाला में जाना चाहिए। जो सुविधाएं शहर में है वो सुविधाएं गाँव में भी देनी होगी।

महात्मा गांधी ने जो सपना देखा था वही प्रयास हमारा भी है। गाँव का विकास ही हमारी महत्ता है। हिन्दुस्तान के आखिरी छोर के हक़ का व्यक्ति भी देश के संसाधनों से अगर अछूता है तो इसमें गुड गवर्नेंस की कमी है । हमारे पास संसाधनों की कमी नहीं है। अगर कही कमी है तो वो गुड गवर्नेंस की कमी है।

मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आप देखिये मनरेगा, वो योजना बनी थी गाँव के गरीब लोगों को नौकरी देने के लिए लिए। लेकिन जिन राज्यों में गरीबी सबसे ज्यादा है वहां कम काम हुआ है। लेकिन जहां गुड गवर्नेंस है वहां ज्यादा काम हुआ है।

हमारी सरकार ने सभी राज्यों को एक साथ मिलाकर काम करने की शुरुवात की थी। चीजें यहाँ से थोपी नहीं जाती है। इस कारण देश का विकास करने में हमको सफलता भी मिली है। लोकतंत्र की सफलता तब होती है जब जन भागीदारी हो।

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आज गाँव का आदमी भी सरकारी लोगों पर दबाव डाल रहा है। वो सवाल भी पूछता है की साहब हमारे यहाँ फलानी योजना क्यों लागू नहीं हो रही है। आज मोबाइल के द्वारा वो गाँव का आदमी सरकार पर दबाव डाल रहा है।

2022 भारत की आज़ादी के 75 साल के अवसर पर हम देश के किसान की आमदनी को बढाने के लिए हम काम कर रहे है। अगर हमें आगे बढ़ना है तो हमें टेक्नोलॉजी की मदद लेनी पड़ेगी। पशु पालन हो या हस्तकला का कोई काम हो हमें हर जगह टेक्नोलॉजी का सहयोग लेना होगा। हमारे यहाँ मछली पालन हो या मुर्गी पालन हो या कोई कोई ओर खेती हो हमारे किसान भाईयों को टिम्बर की खेती भी करनी चाहिए।

नाना जी देशमुख के साथ पीएम मोदी (फाइल फोटो )

ढाई लाख से ज्यादा गाँव ने बहुत बड़ा कदम उठाया है। मै उन गाँव वालों को नमन करता हूँ जिन्होंने अपने यहाँ शौचालय बनवाया है । शौचालय का इज्जतघर नाम रखा गया है जिसके लिए उत्तर प्रदेश ने देश में अलग नाम बनाया है।

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हमने बिजली के क्षेत्र में जो सपना देखा था आज वो पूरा होता दिखाई दे रहा है। हमनें कम से कम 15000 गाँवों में बिजली पहुंचाई है। हमारा अगला लक्ष्य 24 घंटे बिजली देने का है। हम मुफ्त में बिजली के कनेक्शन देंगें, भारत के गाँव को बदलने के लिए हमें ये एक अहम काम करना होगा।

हम शहर में रहने वाले लोग गाँव के लोगों को आगे बढायेंगें। गाँव की उत्पादित हर चीज शहर में जानी चाहिए इसी कारण गाँव का कोई भी आदमी कभी गरीब नहीं होगा।

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