नवरात्र के व्रत में ज़रूरी नहीं कि आप तले हुए पकौड़े और पूरियां खाएं, न ही बिलकुल उबला खाना खाने की आवश्यकता है। कई लोग व्रत में या तो बहुत उबला खाना खाते हैं या फिर ख़ूब तला-भुना। परम्परागत रूप से तो सादा और हल्का खाना ही व्रत में खाया जाता है परंतु कुछ तला-भुना भी व्रत के खाने में आ ही गया है क्योंकि हमें तो स्वाद भी चाहिए खाने में। क्यों न ऐसा कुछ बनाया जाए जो पौष्टिक भी हो और स्वादिष्ट भी, थोड़ा कुरकुरा और थोड़ा चटपटा भी।
कुटू और चौलाई के जोड़ से बना नमकीन चीला बेहद लाजवाब बनता हैl कुटू में कई लाभकारी खनिज और विटामिन पाए जाते हैं, इसमें फ़ाइबर भी काफ़ी होता है और यह मधुमेह के रोगियों के लिए भी फ़ायदेमंद है। व्रत में कुटू खाने की परम्परा है और शायद इसलिए भी कि यह स्वास्थ्य के लिए इतना लाभकारी है। चौलाई के पत्तों में भी विटामिन और खनिज पदार्थ होते हैं और यह नवरात्र के समय खाया जा सकता है क्योंकि चौलाई के बीजों को रामदाना कहते हैं और वह भी व्रत में खाया जाता है।
कुटू और चौलाई का चीला काफ़ी स्वादिष्ट होता है और इससे पेट भी भर जाता है। इसे बनाने के लिए ज़्यादा चीज़ों की ज़रूरत भी नहीं है।
कुटू और चौलाई का चीला बनाने की सामग्री
2 कप या 300 ग्राम साफ़ करके कटे हुए लाल चौलाई के पत्ते
1 कप कुटू का आटा
सेंधा नमक और काली मिर्च पाउडर स्वादानुसार
1/3 कप पानी
चीला सेंकने के लिए थोड़ा घी
चीला बनाने की विधि
एक बड़े बर्तन में घी के अलावा सभी सामग्री मिला लें और अच्छी तरह मसलते हुए सूखा-सूखा सा मिश्रण बना लें। यह मिश्रण अपने आप ही थोड़ी देर में गीला हो जाएगा क्योंकि चौलाई के पत्तों से काफ़ी पानी निकल आता है।
एक तवा गरम करें और उस पर थोड़ा घी फैला लें। एक मुट्ठी भर कुटू चौलाई का मिश्रण गरम तवे पर डालें और ऊंगलियों से फैलाएं। इसी प्रकार आप तवे पर तीन या चार चीले एक साथ बना सकते हैं।
एक तरफ़ से सिक जाने पर चीलों को पलट कर दूसरी तरफ़ भी थोड़ा घी लगाते हुए सेंक लें।
गरम-गरम चीलों को रायता या चटनी के साथ परोसें और इसके स्वाद का आनंद लें।
(संगीता खन्ना न्यूट्रिशन कोच हैं और फूड इंडस्ट्री में सलाहकार का काम करती हैं। क्षेत्रीय व्यंजनों के फूड फेस्टिवल के आयोजन के अलावा वह देशी-विदेशी व्यंजनों से जुड़े अभिनव प्रयोग करती रहती हैं। वह जानी-मानी फूड राइटर भी हैं। खाने पर उनके healthfooddesivideshi.com और banaraskakhana.com नाम के दो ब्लॉग हैं।)