Union Budget 2019: ग्रामीण बेरोजगारी को दूर करने के लिए 'स्फूर्ति' योजना

बांस उद्योग, शहद उद्योग और खादी उद्योग को प्राथमिकता दी जाएगी। स्फूर्ति योजना के तहत 2019-20 में 100 नए क्लस्टर बनाए जाएंगे जिसके तहत करीब 50 हजार हस्तशिल्पियों को रोजगार मिलने की संभावना है।

Update: 2019-07-06 09:14 GMT

लखनऊ। ग्रामीण भारत में बेरोजगारी को दूर करने के लिए सरकार स्फूर्ति योजना लाने जा रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में इसका ऐलान किया।

बजट भाषण में लिखा गया है कि चूंकि गांव के लोग खेती और छोटे-छोटे पारम्परिक कुटीर उद्योगों पर निर्भर रहते हैं इसलिए सरकार ऐसे पारंपरिक उद्योगों को पुनर्जीवित और विकसित करने के लिए 'Scheme of Fund for Upgradation and Regeneration of Traditional Industries' (SFURTI) स्फूर्ति योजना ला रही है।

स्फूर्ति योजना का लक्ष्य कुटीर उद्योगों को अधिक उत्पादक और लाभ कमाने वाला बनाना है ताकि इसे करने वाले लोग इसे एक रोजगार के मौके की तरह देखें। इसमें भी बांस उद्योग, शहद उद्योग और खादी उद्योग को प्राथमिकता दी जाएगी। स्फूर्ति योजना के तहत 2019-20 में 100 नए क्लस्टर बनाए जाएंगे जिसके तहत करीब 50 हजार हस्तशिल्पियों को रोजगार मिलने की संभावना है।

इस योजना को बढ़ावा देने और इसे तकनीक से जोड़ने के लिए इसे सरकार के द्वारा एस्पायर योजना के तहत प्रमोट भी किया जाएगा। सरकार की एस्पायर (Scheme for Promotion of Innovation, Rural Industry and Entrepreneurship-ASPIRE) योजना के तहत ग्रामीणों के जीविकोपार्जन के लिए व्यवसाय और व्यापार की योजनाएं बनती है। एस्पायर के तहत 2019-20 में ग्रामीण और कृषि क्षेत्र में काम करने वाले 75000 उद्यमियों को रोजगार मिलेगा। 

यह भी पढें- बेरोजगारी : लाखों पद खाली लेकिन नहीं हो रहीं भर्तियां

Similar News