लखनऊ: समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों का विधानसभा के बाहर प्रदर्शन

Update: 2017-10-28 12:03 GMT
न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर किसानों का विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन।

लखनऊ। गन्ने सहित अन्य फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाये जाने की मांग को लेकर भाकियू (भारतीय किसान यूनियन) ने विधानसभा के बाहर धरना देकर अपना विरोध प्रदर्शन किया। भाकियू के नेतृत्व में किसानों ने गन्ने सहित अन्य फसलों को विधानसभा के सामने आग के हवाले कर दिया। साथ ही समर्थन मूल्य की मांग को लेकर विधानसभा के सामने बैठ गये हैं।

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यूनियन का कहना है कि मौजूदा सरकार किसानों को गन्ने का लाभकारी मूल्य, धान किसानों को धान का मूल्य व आलू किसानों को आलू का मूल्य दिलाने में असफल रहे हैं। गन्ना किसानों की भावनाओं से खेलकर किसानों के दम पर सत्ता में आयी भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा पेराई सत्र 2017-18 हेतु गन्ने का मूल्य घोषित किया गया। गन्ना मूल्य में 10 रुपये की वृद्धि कर गन्ना किसानों के साथ भद्दा मजाक किया है। गन्ना किसानों की एक कुंतल गन्ना पैदा करने में लगभग 325 रुपये लागत आ रही है। उत्तर प्रदेश में गन्ना मूल्य, धान का समर्थित मूल्य व आलू का मूल्य तय करने को लेकर आयोजित बैठक में भी किसानों ने अपनी लागत का आंकड़ा विभागों को दिया था।

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भारतीय किसान यूनियन सरकार द्वारा घोषित मूल्य पर संतुष्ट नहीं है। उसने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि गन्ना मूल्य पर पुनर्विचार करते हुए अपने संकल्प पत्र में किये गये वादे के अनुसार गन्ने का मूल्य 450 रुपये प्रति कुन्तल, आलू का मूल्य 200 रुपये प्रति कुन्तल से 1000 रुपये प्रति कुन्तल ,धान का मूल्य 1545 रुपये प्रति कुन्तल से 2500 रुपये प्रति कुन्तल घोषित कर किसानों को लाभकारी मूल्य दें अन्यथा भाकियू पूरे प्रदेश में इसके विरूद्ध आन्दोलन करेगी।

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