सपा में फिर दोफाड़, रामनाथ कोविंद के पक्ष में क्राॅस वोटिंग, शिवपाल ने बताया बेहतर उम्मीदवार

Update: 2017-07-17 19:33 GMT
वोड डालते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में राष्ट्रपति चुनाव के लिए हुए मतदान में समाजवादी पार्टी की धड़ेबाजी साफ नजर आई। एक बार फिर से सपा अखिलेश और शिवपाल खेमे में बंट गई। अखिलेश यादव की ओर से स्पष्ट संकेत दिये जाने के बावजूद सपा के अनेक विधायकों के रामनाथ कोविंद के पक्ष में क्राॅस वोटिंग की गई। उनके चाचा शिवपाल यादव ने तो स्पष्ट कहा कोविंद ही बेहतर उम्मीदवार हैं। उत्तर प्रदेश की विधानसभा में कुल 402 विधायकों और तीन सांसदों ने वोट डाले। सांसदों में से एक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद भी थे। सपा के एक विधायक अस्वस्थता की वजह से वोट डालने के लिए विधानसभा नहीं पहुंच सके।

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उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि, सुबह 10:00 बजे से विधानसभा के तिलक हाल में मतदान शुरू हुआ। बहुत ही कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान करने के लिए विधायक कतारबध्द रहे। समाजवादी पार्टी के विधायक अबरार अहमद अस्वस्थ होने की वजह से वोट देने नहीं आ सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्य और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने सांसद होने पर लखनऊ में ही अपना वोट डाला। यूपी के एक विधायक के वोटों कीमत 208 है।

शिवपाल सिंह यादव।

सपा में फिर दोफाड़

समाजवादी पार्टी में राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर फिर से दोफाड़ नजर आए। अखिलेश यादव की ओर से तमाम लामबंदी के बावजूद उनके चाचा शिवपाल यादव नहीं माने। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा कि, कोविंद ही बेहतर उम्मीदवार हैं। माया ने भी स्पष्ट पत्ते नहीं खोले और कहा कि, ये बसपा की जीत है। कोई भी राष्ट्रपति बने मगर वह दलित ही होगा।

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अधिकांश निर्दलीय कोविंद के साथ

वोटिंग में राजा भइया सहित अधिकांश निर्दलीय विधायकों ने एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोबिद का ही समर्थन किया। जिससे उप्र से रामनाथ कोबिद के समर्थन में जबरदस्त लहर बताई  जा रही है।

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