विधायक पुत्र हत्याकांड: सदन की कार्यवाही से पहले हत्यारों को पकड़ने के निर्देश

Update: 2017-12-17 21:46 GMT
वैभव तिवारी। फाेटो साभार: इंटरनेट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार रात डुमरियागंज से पूर्व विधायक और भाजपा नेता जिप्पी तिवारी के पुत्र वैभव तिवारी की हत्या के मामले में सत्ता पक्ष सकते में है, क्योंकि आशंका जताई जा रही है कि इस मुद्दे को लेकर सोमवार को विधानसभा सत्र में विपक्ष जमकर हंगामा काटेगा। इसे गंभीरता से लेते हुए प्रमुख सचिव गृह ने सिक्योरिटी जोन के बीच वारदात करके बदमाशों के भाग निकलने पर उच्चाधिकारियों से जवाब मांगा है। उन्होंने सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले हत्यारों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।

कानपुर और इलाहाबाद में छापेमारी

हजरतगंज कोतवाली से आधा किलोमीटर दूर दो पुलिस चौकियों के बीच पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे की हत्या से सियासी गलियारे में भी बवाल मच गया है। बेखौफ हत्यारों के इस दुष्साहसिक वारदात से सोमवार को विधानसभा में हंगामा मचने की आशंका पर पुलिस काफी सक्रिय हो गई है। घटना के बाद हत्यारों के कानपुर और इलाहाबाद में छिपे होने की जानकारी पर टीमें दोनों शहर में छापेमारी कर रही हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अबतक खाली है।

नामजद हत्यारोपित से पूछताछ जारी

पुलिस नामजद हत्यारोपित सूरज शुक्ला के पिता संतोष शुक्ला और चाचा को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है, जबकि घरवालों से पुलिस को आरोपी सूरज के संबंध में कुछ विशेष जानकारी नहीं मिल पाई है। वहीं हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह के परिवारीजनों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है।

सात लाख रुपए का लेन-देन

क्राइम ब्रांच की पूछताछ में सामने आया कि पूर्व विधायक प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव के साथ सूरज प्रापर्टी का काम करता था। करीब चार साल से दोनों ने अलग-अलग कारोबार शुरू कर दिया। उनके बीच हिसाब हुआ तो सात लाख रुपए के लेन-देन का मामला फंस गया। यह रुपया लेने के लिए सूरज वैभव पर काफी दिनों से दबाव बना रहा था। इसी को लेकर शनिवार रात मोबाइल फोन पर उनकी कहासुनी हुई। इस पर वैभव ने सूरज को घर आकर बात करने को कहा। सूरज हिस्ट्रीशीटर विक्रम को लेकर पहुंचा। बातचीत के दौरान उनमें धक्का-मुक्की हुई। इसी बीच नशे में धुत विक्रम ने पिस्टल से वैभव के सीने में गोली दाग दी।

नाम सामने आने पर होगी कार्रवाई

वहीं आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह ने बताया, “हत्यारोपितों को पकड़ने का निर्देश दिया गया है। हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला की क्रिमिनल हिस्ट्री मंगवाई गई है। विक्रम सिंह से जुड़े लोगों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है, जो भी नाम सामने आएंगे उनकी भूमिका के आधार पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।“

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