सोलर पंप से करें सिंचाई, नहीं होगी जेब ढीली

Update: 2017-07-08 20:55 GMT
पिछले साल जिले के 192 किसानों को दिया गया था सोलर पंप

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

गोरखपुर। सूर्य की रोशनी से खेत की सिंचाई करने का मजा ही कुछ और है। इसमें किसान को जेब से कुछ भी नहीं लगना है। बस एक बार अनुदान पर सोलर पंप लगवाए और खेतों को सराबोर करते रहें। इसके लिए कृषि विभाग द्वारा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सोलर पंप के बारे में लगातार जागरूक किया जा रहा है ताकि किसानों को सिंचाई करने में किसी भी प्रकार के दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

दरअसल अनुदानित दर पर सोलर पंप लेने के लिए किसानों को पहले ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। इसके साथ ही विकल्प देना होगा कि दो, तीन या पांच कितने हार्स पावर का पंप उसे चाहिए। यह योजना पहले पंजीकरण कराओ, पहले लाभ पाओ के सिद्धान्त पर किसानों को मुहैया कराई जाती है।

सोलर पम्प के ऑनलाइन पंजीकृत कृषकों की विकास खण्डवार लक्ष्य के अनुसार सूची तैयार होती है। इसके बाद जनपदीय उप कृषि निदेशक द्वारा सत्यापन कराया जायेगा कि दो हार्स पावर के सोलर पम्प के लिए पंजीकृत किसान के पास चार इंच और तीन व पांच हार्स पावर सोलर पंप के लिए छह इंच क्रियाशील बोरिंग उपलब्ध है या नहीं।

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बड़हलगंज ब्लॉक के जाईपार गाँव निवासी राजकिशोर मिश्र (45 वर्ष) ने बताया,“ दो हार्स पावर के सोलर पंप से पिछले करीब एक साल से खेत की सिंचाई करा रहा हूं। अभी तक कोई दिक्कत नहीं आ रही है। इससे काफी लाभ मिल रहा है। यह किसानों के लिए सरकार की काफी अच्छी योजना है। आर्थीक स्थिति मजबूत हो रही है।”

बेलघाट ब्लॉक के बेलघाट गाँव निवासी दिनेश प्रताप शाही (55 वर्ष) ने बताया,“ दो हार्स का सोलर पंप लगवाया हूं। कृषि विभाग की ओर से अनुदान पर मिला था। इससे खेत की सिंचाई कराने में काफी बचत हो रही है। फसलें लहलहा रही हैं। किसानों के लिए यह पंप काफी मददगार है। उन्होंने सरकार की इस योजना की जमकर सराहना की।”

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जिले के कृषि उपनिदेशक डॉ. संजय सिंह बताते हैं, सोलर पंप से किसानों को काफी लाभ मिल रहा है, जिन्होंने सोलर पंप लगाया है उनके खेत की सिंचाई में कोई दिक्कत नहीं आ रही है। इस योजना का लाभ कृषि विभाग में पंजीकृत किसानों को मिलेगा। इसके अलावा किसान को सोलर पंप या अन्य कृषि यंत्र को लगाने के लिए अलग से पंजीकरण कराना होगा।क्योंकि अनुदान की राशी सीधे किसान के बैंक खाते में जाती है।

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