दो माह में कैसे बनेंगे छात्रों के आधार कार्ड

Update: 2017-08-30 13:02 GMT
आधार कार्ड।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

कानपुर। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ रहे सभी बच्चों के आधार कार्ड उनके विद्यालय में ही बनने का आदेश है। सभी बच्चों के आधार कार्ड उनके विद्यालय में ही बनने की प्रक्रिया तो शुरू हुयी, लेकिन अभी तक केवल 36000 बच्चों के ही आधार कार्ड बने हैं, जबकि केवल कानपुर नगर के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में कुल पंजीकृत बच्चों की संख्या 1.97 लाख है। इनमें से केवल 19000 बच्चों के पास ही पहले से आधार कार्ड थे।

शासन ने आधार कार्ड की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए अभियान चला कर 10 मई से पूरे कानपुर जिले के बच्चों के आधार कार्ड बनाए जाने के आदेश किये थे, लेकिन तीन महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी केवल 36000 बच्चों के ही आधार कार्ड बने हैं। इस काम को पूर्ण करने के लिए विभागीय अफसरों ने कार्य योजना को गति देने के लिए अब शासन ने आदेश दे दिए हैं की आने वाले दो माह के अन्दर ही शेष सभी बच्चों के आधार कार्ड बन जाने चाहिए।

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शासन के आदेश के अनुसार अब विद्यालयों में छात्रों का आधार कार्ड बनने के बाद ही उनको छात्रवृत्ति मिलेगी और मिड-डे मील के वितरण का आधार भी आधार कार्ड ही होगा ।इसका मुख्य कारण यह है कि एक छात्र का कई अलग अलग जगहों पर पंजीकरण करा लेते थे, जिससे मिड डे मील में व्यापक स्तर पर गड़बड़ी चलती थी। ऐसा न हो और एक छात्र का पंजीकरण केवल एक ही जगह पर हो इसके लिए भी आधार कार्ड जरूरी है।

कानपुर नगर के एडीएम वित्त एवं राजस्व संजय चौहान ने बताया, “एजेंसियों के प्रतिनिधियों को यह आदेश दिया गया है कि वे आपस में स्कूल बांट लें और तिथि का निर्धारण कर छात्रों का पंजीकरण करें। साथ इन तिथियों का निर्धारण करते समय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की भी सहमति ले ली जाये जिससे की विद्यालय में जब शिविर लगे तब समस्त छात्र स्कूल में मौजूद रहें।”

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बीएसए जय सिंह ने बताया, “कानपुर नगर के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र और छात्राओं के आधार कार्ड बनाने के समय सीमा निर्धारित कर दी गयी है और एजेंसियों को पूरा सहयोग किया जायेगा, जिससे सभी छात्र और छात्राओं के आधार कार्ड बन जाये।”

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