गाँव कनेक्शन संवाददाता
लखनऊ। आईएएस अनुराग तिवारी की मौत के मामले में एसआईटी ने मीराबाई गेस्ट हाउस के रूम नम्बर-19 से दो दर्जन से अधिक सिगरेट के फिल्टरों को बरामद किया है, जिसे एसआईटी ने अपने कब्जे में लेकर फोरेंसिक लैब को भेज दिया है। एसआईटी की मानें, तो सिगरेट में कही ड्रग्स के तो अंश नहीं थे, क्योंकि टीम का मानना है कि, कोई आम इन्सान इतनी अधिक मात्रा में सिगरेट नहीं पी सकता है, जिसके चलते टीम ने पार्टी के साथ-साथ ड्रग्स की आशंका से भी इनकार नहीं किया है।
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वहीं एसआईटी ने शनिवार को गेस्ट हाउस के सभी कर्मचारियों को बारी-बारी बुला कर कई सवाल पूछे, जिसका सभी कर्मचारियों ने एसआईटी के सामने एक सुर में जवाब दिया कि, हमने आईएएस साहब को बाहर जाते नहीं देखा। कर्मचारियों ने उन्हें गेस्टहाउस में देखने से इंकार किया है। पूछताछ के दौरान पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात 10:00 बजे से बुधवार सुबह 6:00 बजे तक मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट गेस्ट हाउस के कनिष्ठ सहायक जितेंद्र वर्मा और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कृष्णा चतुर्वेदी ड्यूटी पर थे।
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जितेंद्र ने बताया कि वह मंगलवार रात सवा 10:00 बजे राज्य गेस्ट हाउस पहुंचा और बुधवार 7:00 बजे वहां से निकला। ड्यूटी पर आने के बाद उसने एलडीए वीसी पीएन सिंह और आईएएस अनुराग तिवारी और गेस्ट हाउस आते नहीं देखा। सुबह 6:45 बजे एलडीए वीसी नीचे आए और कमरे की चाबियां देकर बैडमिंटन खेलने चले गए। इससे पहले सुबह 5:00 बजे एसपी सिंह बघेल गेस्ट हाउस से मॉर्निंग वॉक पर निकले थे और पौने 7:00 बजे लौटे। यानि अनुराग तिवारी सुबह 5:00 बजे से पहले ही गेस्ट हाउस से निकल चुके थे। साथ ही किचन का कार्य देख रहे प्रेम शंकर श्रीवास्तव ने बताया कि, बीते बुधवार शाम कमरे से किसी ने बगैर चीनी के चाय मंगाई थी, लेकिन वह किसने मंगाई थी यह नहीं पता।
घटना को किया गया री-क्रिएट
आईएएस अनुराग तिवारी की रहस्मय मौत की गुत्थी न सुलझा पाने में अबतक एसआईटी टीम ने फोरेंसिक टीम की मदद लेकर शनिवार शाम हजरतगंज स्थित मीराबाई गेस्ट हाउस पहुंचकर पूरी घटना को री-क्रिएट किया। एसआईटी का मानना है कि, शायद इस कार्यप्रणाली को अपना कर मौत की गुत्थी सुलझाने में मदद मिले। एसआईटी प्रभारी अवनीश मिश्रा के मुताबिक, उन जगहों पर दोहराने का प्रयास किया गया, शायद जहां-जहां आईएएस अनुराग तिवारी गए होंगे, लेकिन तीन दिनों बाद शायद पुलिस महज एक कवायद ही कर रही है, जो घटना को खोल पाने में मदद करेगी।
दुबई से मिल रही थी धमकी भरी कॉल
आईएएस अनुराग के भाई मयंक ने बताया कि मंगलवार रात किसी ने दुबई से कॉल किया था। यह फोन रात में करीब 3.45 बजे आया था। अनुराग ने यह फोन नहीं उठाया। उनका कहना है कि दुबई में अनुराग का कोई भी परिचित नहीं रहता है। ऐसे में वहां से किसी और किस लिए फोन किया यह पता लगाना भी जरूरी है। साथ ही उन्होंने बताया कि, अनुराग को पिछले कई दिनों से अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा था। उनको इतना खतरा था कि कुछ दिनों के लिए कर्नाटक के खुर्ग में अपने आपको सबके सामने आने से बचाते रहे।
ईमेल और कॉल डिटेल किसने किए डिलीट
बुधवार सुबह आईएएस अनुराग तिवारी मौत की सूचना सामने आई। उसी दिन अनुराग का जन्मदिन था। देर रात तक उनके फोन पर बधाई के लिए मैसेज और कॉल आती रहीं। परिवार के मुताबिक उसी रात मां ने भी उन्हें फोन किया था। लेकिन कॉल डिटेल में वो डिटेल गायब है।
चीफ सेक्रेटरी को किया मेल गायब
भाई मंयक के मुताबिक, अनुराग 12 मई को बहराइच आए थे और 14 को लखनऊ गए। मूल निवास बहराइच से उन्होंने परिवार के सामने कर्नाटक के चीफ सेक्रेटरी को एक मेल किया था। अब वह मेल अनुराग के सेट बॉक्स से गायब है। इसकी पूरी आशंका है कि किसी ने जानबूझ कर उसे डिलीट किया है।
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