प्राथमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में बदलाव पर विचार कर रही है यूपी सरकार

Update: 2017-09-24 15:04 GMT
शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के मकसद से प्राथमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में बदलाव पर विचार

लखनऊ (भाषा)। उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के मकसद से प्राथमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में बदलाव पर विचार कर रही है। साथ ही शिक्षकों की संख्या बढ़ाने का भी प्रस्ताव है।

प्रदेश की बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल का कहना है कि योगी आदित्यनाथ सरकार सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि अगर बुनियादी ढांचा सुधार दिया जाए और पाठयक्रम में बदलाव के साथ साथ शिक्षकों की संख्या में इजाफा हो तो सरकारी स्कूल के छात्र निजी स्कूल के छात्रों को टक्कर देंने में सक्षम हैं।

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अनुपमा ने बताया कि सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में काफी बदलाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षक अब कक्षाओं में पढ़ाने लगे हैं और शिक्षण गतिविधियों की आउटसोर्सिंग की प्रक्रिया पर रोक लगी है। मंत्री ने कहा कि दाखिलों की संख्या बढ़ी है। भाजपा के सत्ता संभालने के बाद दस लाख से अधिक बच्चों ने दाखिला लिया है। यह दर्शाता है कि हम बच्चों को स्कूल तक लाने में सफल रहे हैं।

उन्होंने बताया कि स्कूल चलो अभियान और खूब पढ़ो, आगे बढ़ो अभियान शुरु किये गये ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि हर बच्चा स्कूल जाए। अनुपमा ने बताया कि सरकारी स्कूलों के बच्चों को यूनीफार्म दी गयी, जिससे उनमें आत्मविश्वास बढ़ा। उन्होंने बताया कि स्कूलों को निजीसार्वजनिक साझेदारी में विकसित करने का प्रस्ताव भी है। उन्होंने कहा कि सांसद, विधायक और अन्य जन प्रतिनिधि स्कूल गोद ले रहे हैं। कुछ जगहों पर सरकारी अधिकारी भी बच्चों को पढ़ा रहे हैं।

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