ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को सशक्त करना पुलिस की पहली प्राथमिकता: सुलखान सिंह

Update: 2017-12-04 17:24 GMT
लखनऊ के आईटी कॉलेज में नारी सुरक्षा सप्ताह का उद्घाटन करने के बाद छात्राओं को संबाेधित करते डीजीपी सुलखान सिंह।

लखनऊ। “ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाएं अक्सर अपराध का शिकार होती हैं, जिनकी आवाज ऊपर पुलिस अधिकारियों तक न पहुंच पाने के चलते दब सी जाती है। जबकि शहरों में रहने वाली ज्यादातर महिलाएं अपने पास हो रहे अपराध को खुल कर बता पाती हैं। इन दोनों के बीच के अंतर को समाप्त कर एक बराबरी पर लाना यूपी पुलिस का उद्देश्य है।“ ये विचार लखनऊ के आईटी कॉलेज में रविवार सुबह नारी सुरक्षा सप्ताह के मौके पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी सुलखान सिंह ने छात्राओं के सामने रखे।

‘आप अगर हर वक्त अलर्ट रहेगी तो आपका कल बेहतर होगा’

डीजीपी ने उत्तर प्रदेश के सभी पुलिस अधिकारियों को ग्रामीण इलाकों में जाकर महिलाओं का दर्द और उनकी परेशानियों को समझने का निर्देश दिया। साथ ही यूपी 100 और वीमेन पॉवर लाइन 1090 सहित महिलाओं के लिए चल रही सुरक्षा संबंधित योजनाओं को पहुंचाने का लक्ष्य रखा। इस दौरान डीजीपी ने छात्राओं से कहा, “आप अगर हर वक्त अलर्ट रहेगी तो आपका कल बेहतर होगा।“

लड़कियों से अपील की है कि वे अलर्ट रहें

उत्तर प्रदेश पुलिस नारी सुरक्षा को लेकर गंभीरता दिखा रही है। इसी के तहत 4 से 10 दिसंबर तक चलने वाले नारी सुरक्षा सप्ताह का डीजीपी ने सोमवार को उद्घाटन किया है। डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा, “कोई भी समाज अपने अधिकारों के प्रति सजग नहीं रहेगा तो वो पतन की ओर अवश्य बढ़ेगा।“ उन्होंने लड़कियों से अपील की है कि वे अलर्ट रहें। उन्होंने कहा, “लड़कों को केवल अपराधी मान लेने से कोई निष्कर्ष नहीं मिलेगा, जो भी लड़की या महिला उत्पीड़न का शिकार होती है, हमें उसके साथ खड़े रहना चाहिए।“

मुकदमा न दर्ज कराने पर सॉल्व करते हैं मामला

डीजीपी ने आगे कहा, “महिलाओं की सुरक्षा यूपी पुलिस की पहली प्राथमिकता है, जिसे पूरी निष्ठा से पूरा किया जाएगा। हम यूपी 100 की पहुंच बढ़ाने जा रहे हैं। साथ ही हम पीड़ितों की ट्विटर पर शिकायतें ले रहे हैं। जीआरपी का अलग ट्विटर हैंडल है। हमने E-FIR की सुविधा लॉन्च की है।“ आगे कहा, “अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में जाने के लिए कहा है। बहुत सारे मामले हमारे पास ऐसे भी आते हैं जिनमें लोग कहते हैं हम मुकदमा दर्ज नहीं कराना चाहते हैं, ऐसे मामले भी हम 99 प्रतिशत तक सॉल्व करते हैं।“

तो पुलिस की ओर से मैं क्षमा चाहता हूं

वहीं इस मौके पर आईटी कॉलेज की एक छात्रा ने डीजीपी के सामने अपनी शिकायत रखी कि कुछ दिन पहले 1090 वीमेन पॉवर में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई। छात्रा की यह बात सुन सुलखान सिंह ने कहा, “अगर ऐसा हुआ है तो उसके लिए पुलिस की ओर से मैं क्षमा चाहता हूं।“ डीजीपी के इस जवाब से पूरा हॉल तालियों की गड़गड़हाट से गूंज उठा।

तब छात्राओं ने पूछे कई सवाल

इसके बाद तो छात्राओं ने पुलिस के मुखिया सुलखान सिंह के सामने अपनी बातें खुल कर रखी। इस मौके पर आईजी वीमेन पॉवर लाइन नवनीत सिकेरा ने छात्राओं से कहा, “छेड़छाड़ होने पर तत्काल 1090 पर कॉल करें।“ साथ ही उन्होंने 1090 द्वारा महिला सुरक्षा पर किए कार्यों को बताया।

यह भी पढ़ें: लखनऊ में यूपी के पहले पुलिस विश्‍वविद्यालय बनाने की चल रही है योजना

मध्य प्रदेश विधानसभा ने पास किया दुष्कर्म के दोषियों को फांसी दिलाने वाला विधेयक

Similar News