रिवर फ्रंट घोटाले में सीबीआई ने दर्ज किया मुकदमा

Update: 2017-12-01 19:31 GMT
गोमती रिवर फ्रंट। फोटो साभार: इंटरनेट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अखिलेश सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए रिवर फ्रंट घोटाले में शुक्रवार को सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह मुकदमा एक्सईएन रूप सिंह यादव, सुरेंद्र सिंह यादव, मुख्य अभियंता काजिम अली, शिव मंगल यादव, अधिक्षण अभियंता कमलेश्वर सिंह और तत्कालीन मुख्य अभियंता गुलेस चंद समेत 8 लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है। हालांकि इनमें से सभी लोग विभाग से रिटायर हो चुके हैं।

जुलाई में की थी सीबीआई जांच की सिफारिश

सीबीआई ने इन सभी लोगों के खिलाफ अधिशाषी अभिवित्तीय अनियमितता और कथित भ्रष्टाचार के धाराओं में केस दर्ज करवाया है। यूपी सरकार ने गोमती रिवर फ्रंट प्रॉजेक्ट में घोटाले की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश जुलाई में की थी। सिफारिश में न्यायिक जांच समिति की रिपोर्ट, गोमतीनगर थाने में दर्ज एफआईआर की कॉपी और अन्य दस्तावेज भी प्रारूप के साथ भेजे गए थे।

917 करोड़ रुपए बढ़ गई लागत

इस मामले में सिंचाई विभाग की तरफ से 19 जून को गोमतीनगर थाने में आठ इंजीनियर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। बता दें कि गोमती रिवर फ्रंट का काम अखिलेश सरकार में 2015 में शुरू हुआ था। इसका शुरुआती बजट 550 करोड़ रुपए था। बाद में इसकी लागत बढ़कर 1467 करोड़ रुपए हो गई। योगी सरकार आने तक परियोजना पर 1427 करोड़ रुपए खर्च भी हो चुके थे।

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