कन्नौज : तहसीलदार के दफ्तर में आलू की बोरियां लेकर पहुंच गए सपा कार्यकर्ता

Update: 2018-01-27 19:27 GMT
तहसीलदार को भेंट किये आलू 

किसानों की समस्याओं को लेकर सपा ने उत्तर प्रदेश में धरना देकर ज्ञापन दिए। कन्नौज और सोनभद्र में तहसीलदार सदर को आलू से भरी बोरी भेंट की। साथ ही गन्ना, आलू और धान की समस्याओं से अवगत कराया।

शनिवार को सदर तहसील में सपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने धरना दिया। नौरंगपुर से आए 38 वर्षीय किसान आशुतोष यादव बताते हैं, “हम अपने खेतों में सबसे ज्यादा आलू करते हैं लेकिन इस बार आलू फेंका गया। हमको बहुत ज्यादा घाटा हुआ।”

ये भी पढ़ें- वेस्ट डी कम्पोजर की 20 रुपए वाली शीशी से किसानों का कितना फायदा, पूरी जानकारी यहां पढ़िए

सदर कन्नौज विधायक अनिल दोहरे ने बताया, “किसानों के हितों की रक्षा और उनकी फसलों का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आहवान में आज पूरे उत्तर प्रदेश की हर जिले में हम लोगों ने प्रदर्शन कर किसानों की आवाज उठाई है।”

सोनभद्र में प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक रूबी प्रसाद ने कहा “प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए कोई सुबिधा नही दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार किसानों के लिए असफलता साबित होती दिखाई दे रहा है। वहीँ समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल के नाम से नायब तहसीलदार कैलाश नाथ यादव को ज्ञापन सौंपा।”

ये भी पढ़ें- ज़्यादा उत्पादन से नहीं, गुणवत्ता वाली उपज से मिलेगा फायदा

सोनभद्र में सपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन 

राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार ऋशिकांत राजवंशी को दिया गया। इसमें सपा ने किसानों से संबंधित पांच प्रमुख समस्याएं निस्तारण की मांग की है। ज्ञापन में धान की अच्छी उपज होने के बाद भी बिचैलियों को औने-पौने दाम में किसानों की फसल खरीदने की बात का जिक्र है। किसानों से सिंचाई के नाम पर 10 हार्सपावर पर 800 से 1000 की बजाय 2000 लेने की बात भी कही गई है। वर्तमान समय में सिंचाई के लिए पानी और उर्वरक न होने का भी आरोप लगाया गया है। गन्ना किसानों को वर्ष 2017 की पेराई का 1500 करोड़ अब तक नहीं मिला है। वर्ष 2018 में पेराई के समय 2000 करोड़ बकाया हो गया है। आलू के बाबत कहा है कि सड़कों पर आलू फेंका जा रहा है। लागत दाम भी न मिलने से कोल्ड स्टोर से निकासी नहीं हो रही है। नई उपज आ गई है।

ये भी पढ़ें- बारिश कम होने की वजह से इस बार रबी फसलों की पैदावार में आएगी गिरावट

Similar News