स्वच्छता सूची में पिछड़ने के बाद सीएम योगी ने कहा, अक्‍टूबर 2018 तक उत्तर प्रदेश खुले में शौच से मुक्‍त होगा

Update: 2017-05-05 14:58 GMT
प्रेस को संबोधित करते सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू। 

लखनऊ। स्‍वच्‍छता सूची जारी करने के बाद केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू आज राजधानी लखनऊ पहुंचे। उन्होंने यहां पर प्रदेश में चल रही शहरी विकास मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।

वेंकैया नायडू ने कहा कि यूपी के विकास के लिए मैंने सीएम योगी और अन्य लोगों से चर्चा किया है। अनेक योजनाओं पर बात की है। योजनाओं के बारे में जाना। केंद्र में अभी क्या पेंडिंग है। इसी के लिए हम खुद ही यूपी आ गए हैं। सभी विभाग सचिव और अन्य अफसर भी आये हैं। एक प्रस्तुतिकरण भी किया है। समस्या बताईं। जिनका समाधान की रूपरेखा तय की है।

योगी जी ने पहले से ही काफी काम किया था। आज यूपी केंद्र की योजनाओं पर अमल में बहुत पीछे है। पिछली सरकार इसके लिए तैयार नहीं थी। मगर अब सरकार केंद्र के साथ है। पीएम के साथ हाथ पकड़कर चलने वाले चाहिए। जो जनादेश मिला है उस पर काम कर रहे हैं। केवल खाली हाथ नही आया हूँ। 1263 करोड़ का रीलीज आर्डर केंद्र ने किया है। मेरठ और रायबरेली को भी स्मार्ट सिटी बनाएंगे। अमृत योजना की तीसरी किश्त 375 करोड़ जारी की। मेट्रो को 446 करोड़ रूपये दे दिया है। आगे तेजी से काम होगा।

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वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी आगमन पर मैं वेंकैया जी का हृदय से स्वागत और आभार प्रकट करता हूं। दिसंबर 2017 तक 30 जनपदों को ओडीएफ घोषित किया जाएगा । अक्‍टूबर 2018 तक पूरे प्रदेश को खुले में शौच से मुक्‍त बना दिया जाएगा। स्वच्छ भारत अभियान में 9 सबसे गंदे शहर हमारे प्रदेश से हैं, ये सर्वे पिछली सरकार के समय के हैं। यूपी में अब तक 298398 व्‍यक्तिगत शौचालय, 3550 सामुदायिक शौचालय एवं 2037 सार्वजनिक शौचालय हैं। 55 निकायों के 2730 वार्ड को खुले में शौच से मुक्‍त घोषित कर चुके हैं। कूडा प्रबंधन के लिए हमने योजना बना ली है जल्द ही इस पर काम शुरू होगा।

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