गर्मी में लू से रहें सावधान, बचने के लिए अपनाएं ये तरीका

उत्तर प्रदेश में पारा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दिन में आसमान से अंगारे बरस रहे हैं, इसी को देखते हुए मौसम विभाग ने आगामी चार दिनों के लिए उत्तर प्रदेश में हीट वेव तथा लू की चेतावनी जारी की है

Update: 2019-05-02 11:15 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पारा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दिन में आसमान से अंगारे बरस रहे हैं। इसी को देखते हुए मौसम विभाग ने आगामी चार दिनों के लिए उत्तर प्रदेश में हीट वेव तथा लू की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग का कहना है यूपी में आगामी चार दिनों में बेतहाशा गर्मी के साथ लू चलेगी। जब तापमान 41 से 43 डिग्री तक पहुंच जाता है तो येलो अलर्ट होता है। 43 से 45 तक ओरेंज अलर्ट इसके बाद 45 से ऊपर तापमान के पहुंचने पर रेड अलर्ट दिया जाता है। यह स्थिति काफी खतरनाक होती है।

डॉ. मिथिलेश चतुर्वेदी निदेशक, संचारी रोग यूपी ने बताया, " लू से बचाव बहुत जरूरी है। उच्च तापमान से शरीर के आंतरिक अंगों विशेष रूप से मस्तिष्क को नुकसान पहुंचता है तथा शरीर में उच्च रक्तचाप उत्पन्न करता है। मनुष्य के हृदय के कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव उत्पन्न होता है। जो लोग एक या 2 घंटे से अधिक समय तक 40.6 डिग्री सेल्सियस तापमान अथवा गर्म हवा में रहते हैं, उनके मस्तिष्क में क्षति होने की संभावना ज्यादा हो जाती है।"

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हीट स्ट्रोक में निकलने से बचें। अगर धूप में निकलना जरूरी है तो निकलते वक्त छाता लगा लें या टोपी पहन लें। ऐसे कपड़े पहने जिससे शरीर अधिक से अधिक ढका रहे। इस रोग से बचने के लिए जरूरी है कि पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर घर से बाहर निकला जाए एवं समय-समय पर पानी पिया जाए। निर्जलीकरण से बचने के लिए बहुत जरूरी है कि अधिक मात्रा में पानी, मौसमी फलों का रस, गन्ने का रस, कच्चे आम का रस, ओआरएस घोल, नारियल का पानी आदि का उपयोग किया जाए। चाय कॉफी तथा कोल्ड ड्रिंक पीने से परहेज करें।" डॉक्टर मिथिलेश ने आगे बताया।

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क्या करें

- गर्म हवा की स्थिति जानने के लिए रेडियो सुनें और टीवी देखें

- समाचार पत्र पर स्थानीय मौसम पूर्वानुमान की जानकारी लेते रहे

- ज्यादा पानी पीएं जिससे शरीर में पानी की कमी न होने पाए

- हल्के और ढीले-ढाले सूती वस्त्र पहनें

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- धूप में बाहर जाने से बचें

- बाहर निकलते वक्त धूप का चश्मा पहनें और सिर को ढंक कर रखें

- यात्रा करते समय अपने साथ बोतल में पानी जरूर रखें

- गर्मी के दिनों में ओआरएस का घोल पिए

- जानवरों को छायादार स्थान में रखें

- उन्हें पीने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी दें

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क्या न करें

- धूप में खड़े वाहनों में बच्चों व पालतू जानवरों को न छोड़ें

- दिन के 11:00 बजे से 3:00 बजे के बीच बाहर ना निकलें

- गहरे रंग के भारी एवं तंग वस्त्र पहनने से बचें

- नशीले पदार्थ शराब तथा अल्कोहल के सेवन से बचें

- उच्च प्रोटीन युक्त पदार्थों का सेवन करने से बचें

- बासी खाना भूलकर भी न खाएं 

डॉ. मिथिलेश चतुर्वेदी ने बताया, पेयजल की व्यवस्था के लिए नगर निगम, जल निगम तथा नगर पालिकाओं को शासन द्वारा पत्र भेजा गया है कि पेयजल की कमी वाले स्थानों पर टैंकर द्वारा एवं प्याऊ द्वारा पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करें। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम वासियों को इंडिया मार्क टू हैंड पंप (डीपबोरवेल) का जल का प्रयोग पीने में करने हेतु प्रेरित करें। पानी का उचित एवं नियमित क्लोरिनेशन कराया जाना एवं जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। आपूर्तित पेयजल में ओ टी जांच नगर निगम, स्वास्थ्यविभाग एवं जल संस्थान के संयुक्त माध्यम से कराई जाए।

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