अभिषेक पाण्डेय/वीरेंद्र सिंह
लखनऊ। देशभर में मौजूदा वक्त में यूपी पुलिस अपराधियों के खिलाफ एनकाउंटर के चलते सुर्खियों में आई है। मगर हम आपको यूपी पुलिस के एक ऐसे कारनामे के बारे में बताते हैं, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। यूपी पुलिस को अब बच्चे से भी डर लगने लगा है। यही कारण कि यूपी पुलिस ने एक पिता के साथ उसके चार साल के बेटे पर भी गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर दी है। यह ऐतिहासिक कारनामा यूपी की बाराबंकी पुलिस ने कर दिखाया है, जिसे नवंबर में होने वाले नगर निकाय चुनाव में इस चार साल के बच्चे से जिले में खतरा महसूस हो रहा था।
डेढ़ महीने पहले हुई थी मारपीट
यूपी पुलिस का भगवान ही मालिक है, जिस पुलिस को नाबालिग से खतरा पैदा हो जाए तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पुलिस कितनी असंवेदनशील होगी। बाराबंकी के थाना मोहम्मदपुर खाला के कस्बा सूरतगंज के रहने वाले शेर मोहम्मद और मो.इलयास के बीच डेढ़ माह पूर्व मारपीट हुई थी। इस पर स्थानीय पुलिस ने शेर मोहम्मद, शकील, शाहेआलम और नूर आलम के साथ चार वर्षीय नाबालिग पुत्र के खिलाफ गुण्डा करार देते हुए अपनी रिपोर्ट जिले के रामनगर एसडीएम को भेजी दी।
बच्चे से नोटिस में लगवा लिया अंगूठा
इस मामले को लेकर कई दिन बाद शेर मोहम्मद के घर एक पुलिस वाला थाने से नोटिस देने पहुंच गया। घर पर उस वक्त कोई बड़ा सदस्य न होने पर पुलिस ने चार वर्षीय बच्चे से अंगूठा लगवाकर गुंडा एक्ट का नोटिस तामिल कर दिया। पुलिस के इस कारनामे की चर्चा क्षेत्र में आग की तरह फैल गई, फिर क्या था चारों ओर पुलिस के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ गया।
जब एसडीएम के सामने हुए पेश
शेर मोहम्मद (50) बताते हैं, “नोटिस आने के बाद हमने आसपास के लोगों से सलाह ली, तबतक एसडीएम के सामने पेश होने की तारीख पास हो गई। इसके बाद मैं अपनी बात रखने उपजिलाधिकारी के सामने पेश हुआ, जहां मैंने प्रार्थना पत्र देकर दोषी पुलिसकर्मी और विपक्षीगण पर कार्यवाही किए जाने की उनसे गुहार लगाई।“ शेर मोहम्मद ने आगे बताया कि बच्चे पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई देख उपजिलाधिकारी ने क्षेत्राधिकारी से बात करते हुए बच्चे पर लगे गुंडा एक्ट को हटाये जाने के साथ दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करने की बात कही है।
नर्सरी का छात्र
मासूम बीआरजी पब्लिक इंटर कालेज में नर्सरी कक्षा का छात्र है। इस संबंध में रामनगर के एसडीएम लव कुमार सिंह कहते हैं, “मोहम्मदपुर खाला पुलिस ने 4 साल के बच्चे पर गुंडा एक्ट की कार्यवाही की थी, जिसे निरस्त कर दिया गया है और पुलिस को हिदायत दी गई है कि वह गुंडा एक्ट जैसे मामलों में पूरी जांच करने के बाद ही कोई कदम उठाए।“
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
वहीं जिस थानेदार ने ऐसा कारनामा कर दिखाया उस मोहम्मदपुर खाला के थाना प्रभारी जनमेजय सचान कहते हैं, “हम से पूर्व के कोतवाल द्वारा 4 साल के बच्चे पर गुंडा एक्ट की कार्यवाही की रिपोर्ट भेजी गई थी, मुझे जब पता लगा तो इसे निरस्त कर दिया गया है।“ वहीं इस मामले में एडीजी जोन लखनऊ अभय प्रसाद का कहते हैं, “इस तरह के किसी मामले की मुझे जानकारी नहीं है और अगर ऐसी लापरवाही बाराबंकी पुलिस से हुई है तो इसकी जांच कराई जायेगी तथा दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।“ एसएसपी बाराबंकी अनिल सिंह का कहना है, “इस पूरे प्रकरण का संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिए गये हैं और रिपोर्ट आने पर दोषी पुलिस वालों पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी।“