शिक्षामित्रों ने खून से लिखा प्रधानमंत्री को ख़त, इच्छा मृत्यु की मांग की 

Update: 2017-07-28 20:59 GMT
शिक्षामित्र ने दिया धरना 

औरैया। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से खफा शिक्षामित्रों ने तीसरे दिन औरैया जिला मुख्यालय पर खून से खत लिख परिवार सहित इच्छा मृत्यु की मांग की है साथ ही शिक्षामित्रों ने डीएम मुख्यालय और बीएसए कार्यालय के बाहर धरना दिया। डीएम कार्यालय और बीएसए कार्यालय के बाहर प्रदर्शन की वजह से पुलिस फोर्स के साथ पीएसी भी लगा दी गई।

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आपको बता दें कि शिक्षामित्रों पर आये कोर्ट के फैसले के बाद गुस्साए शिक्षामित्रों का प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिक्षामित्रों ने अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को अपने खून से लिखा हुआ एक पत्र भी लिखा है। खत में शिक्षामित्रों ने मोदी से इच्छा मृत्यु की मांग की है। इसके अलावा शिक्षामित्रों ने राष्ट्रपति को भी खून से पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि 17 साल बाद ये फैसला सुनाया गया है। अगर यही फैसला पहले दिया गया होता तो टीईटी और बीएड पास कर चुके शिक्षामित्र सहायक शिक्षक पद पर पहले ही कहीं न कहीं तैनाती ले लेते।

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शिक्षामित्रों के साथ अन्याय किया गया है जो कि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 17 साल से नौकरी कर रहे शिक्षामित्रों को समायोजन की आस थी। समायोजन के बगैर कोई भी शिक्षामित्र इस महंगाई के आलम में 3500 रूपए में अपना परिवार नहीं पाल पाएगा। धरना प्रदर्शन में संतू दुबे, फेकू सिंह, धर्मवीर सिंह यादव, विमल कुमार, मुकेश कुमार, रंजना आशुतोष, उपासना सहित सैंकडों शिक्षामित्र मौजूद रहे।

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