यूपी : मनरेगा में काम पाने के लिए इन नंबरों पर कॉल करें श्रमिक, ग्राम रोजगार सेवकों को भी मिली बड़ी राहत

लॉकडाउन में बड़ी संख्या में बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों को मनरेगा में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं।

Update: 2020-05-12 06:21 GMT
मनरेगा में काम शुरू होने से बाहर से लौट रहे मजदूरों को अपने जिले में मिल सकेगा काम । फोटो साभार : ट्विटर

लॉकडाउन में बड़ी संख्या में बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों को मनरेगा में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं। कोई भी मजदूर जो मनरेगा में काम करना चाहता हो वो इन हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके मदद ले सकता है।

इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के ग्राम रोजगार सेवकों को बड़ी राहत दी है। राज्य सरकार ने 12 मई को 35,818 ग्राम रोजगार सेवकों के खातों में 225.39 करोड़ रुपए के बकाए मानदेय का ऑनलाइन हस्तांतरण किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने ग्राम रोजगार सेवकों से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये उनकी समस्याएं भी सुनीं। ग्राम रोजगार सेवकों का यह मानदेय तीन सालों से बकाया था। 

वहीं कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चल रहे लॉकडाउन के बीच मनरेगा श्रमिकों को रोजगार देने के लिए योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित किये हैं। इस कंट्रोल रूम के साथ श्रमिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किये गए हैं। मजदूरों के लिए ये हेल्पलाइन नंबर सुबह आठ से रात आठ बजे तक खुले रहेंगे जहाँ मजदूर रोजगार पाने के लिए अपनी समस्या पर मदद ले सकेंगे।



दूसरे राज्यों से लौट रहे मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार मजदूरों के नए जॉब कार्ड बनवा रही है ताकि मजदूर लॉकडाउन के संकट के बीच अपने जिले में ही रहकर रोजगार प्राप्त कर सकें। अब तक राज्य के 14.73 लाख श्रमिकों को मनरेगा के तहत काम मिल चुका है। श्रमिकों को रोजगार देने और गाँव में विकास को गति देने के लिए सरकार ने 20 अप्रैल से मनरेगा में काम शुरू करने के निर्देश दिए थे।   

यह भी पढ़ें : 

लॉकडाउन में मनरेगा में काम शुरू, मगर अभी भी मुश्किलें तमाम


कोरोना संकट में दिहाड़ी से भी कम स्टाइपेंड पर काम कर रहे हैं उत्तर प्रदेश और राजस्थान के मेडिकल इंटर्न 


Full View



Similar News