मुख्य संवाददाता
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गोरखपुर के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद योगी म्यांमार की यात्रा पर रवाना हो गए। योगी ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि वे अब पार्टी का जैसा आदेश होगा वैसा करेंगे। योगी गोरखपुर से सांसद हैं। उनको अब या तो किसी विधानसभा सीट पर चुनाव लड़कर विधायक बनना होगा या फिर एमएलसी की किसी रिक्त सीट के लिए एमएलसी बन कर भी वे मुख्यमंत्री पद के लिए जरूरी विधायक बनने की अहर्ता को पूरा कर सकते हैं।
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योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से सांसद पद को छोड़ चुके हैं। वे शनिवार को दिल्ली गये थे। जहां उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए उन्होंने मतदान करने के बाद अपने पद से इस्तीफा लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को सोंपा। अपने इस्तीफे के बाद उनकी विधायकी निर्वाचित होगी या मनोनयन पर आधारित एमएलसी पद की होगी, इसको लेकर उन्होंने कहा कि ये फैसला बीजेपी के नेतृत्व को करना है, वे जैसा पार्टी चहेगी, ठीक वैसा ही करेंगे।
मालुम हो कि, हाल ही में सपा के तीन और बसपा एक एमएलसी ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। इन चार में से एक सीट पर योगी आदित्यनाथ एमएलसी बन सकते हैं। भाजपा के अनेक विधायक भी योगी आदित्यनाथ के लिए अपनी सीट छोड़ने को राजी हैं। अगले एक महीने के भीतर योगी किस तरह से विधायक बनेंगे ये फैसला हो जाएगा।