आज पूरे विश्व में विश्व हिंदी दिवस मनाया जा रहा है। विदेशों में भारत के दूतावास इस दिन को विशेष रूप से मनाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पहला विश्व हिंदी सम्मेलन कहां आयोजित किया गया था? आइये हम आपको बताते हैं।
पहला विश्व हिंदी सम्मेलन नागपुर में आयोजित किया गया था, इसका आयोजन वर्ष 1975 में 10-12 जनवरी को किया गया था। इस सम्मेलन का उद्घाटन भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। वहीं, प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का बोधवाक्य 'वसुधैव कुटुंबकम' था।
विश्व में हिन्दी का विकास करने और इसे प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शुरुआत की गई थी। इसीलिए इस दिन को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी, 2006 को प्रति वर्ष विश्व हिन्दी दिवस के रूप मनाये जाने की घोषणा की थी। उसके बाद से भारतीय विदेश मंत्रालय ने विदेश में 10 जनवरी 2006 को पहली बार विश्व हिन्दी दिवस मनाया था। इसका उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अन्तराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है।
विश्व हिन्दी दिवस के अतिरिक्त 14 सितंबर को 'हिन्दी दिवस' के रूप में मनाया जाता है। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया था तभी से 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।