BHU : छात्रों की बढ़ी मुसीबत, रद्द हुई सेमेस्टर परीक्षाएं, कमिश्नर ने दिया शैक्षणिक माहौल कायम रखने का भरोसा

Update: 2017-09-25 17:35 GMT
प्रदर्शन कर रहे छात्र।

लखनऊ। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में 'बढ़ती छेड़खानी' की घटनाओं के खिलाफ विवाद जारी है। सुरक्षा की मांग कर रही छात्राओं के विरोध प्रदर्शन से शुरू हुआ बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा। वहीं, प्रदर्शन के चलते पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। छात्र-छात्राओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्टूडेंट्स की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। कुछ विभाग में सेमेस्टर परीक्षाएं रद्द हो गई हैं।

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परीक्षाएं हुई रद्द, हॉस्टल बंद होने से दिक्कत

बीएचयू में हो रहे बवाल के कारण सेमेस्टर परीक्षाएं आगे के लिए टाल दी गई हैं। सोमवार से कुछ सब्जेक्ट की परीक्षाएं होनी थी लेकिन अवकाश कर दिए जाने के कारण परीक्षाएं लंबित कर दी गई। अब छात्र-छात्राओं को नई तारीख का इंतजार करना है। वहीं स्टूडेंट्स को रविवार को हॉस्टल छोड़ने का नोटिस दे दिया गया, जिसके चलते स्टूडेंट्स को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

बता दें कि बीएचयू में हो रहे विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर विश्वविद्यालय में सोमवार से अवकाश घोषित कर दिया गया और अब नवरात्रों की छुट्टी के बाद 6 अक्टूबर 2017 को विश्वविद्यालय खुलेगा।

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वाराणसी के बाहर के स्टूडेंट सबसे ज्यादा परेशान

प्रदर्शन के कारण वाराणसी के बाहर के स्टूडेंट सबसे ज्यादा परेशान है। अचानक से हॉस्टल बंद कर देने का नोटिस जारी कर दिया गया। उन्हें हॉस्टल खाली करने के लिए मजबूर किया गया। ऐसे में आनन-फानन सारा इंतजाम करना मुश्किलें पैदा करने वाला है। वाराणसी के बाहर की छात्राएं अचानक हॉस्टल छोड़ने के नोटिस से ज्यादा परेशान हैं। एक तरफ तो सुरक्षा की चिंता वहीं दूसरी ओर पैसों के आभाव में घर जाना उनकी दिक्कतें बढ़ाने वाला है। हॉस्टल में बिजली-पानी सप्लाई काट दी गई है।

मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, तमिलनाडु जैसे राज्यों के स्टूडेंट लौटे

रविवार को हॉस्टल छोड़ने के नोटिस के बाद मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, तमिलनाडु जैसे राज्यों के स्टूडेंट लौटना पड़ा। बता दें कि विश्विद्यालय के छात्रावास में करीब 25 हजार स्टूडेंट रहते हैं।

छेड़खानी की घटना अनुचित : कुलपति

कुलपति प्रो. जीसी त्रिपाठी ने बताया कि छेड़खानी की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। एक शिक्षक होने के नाते इसकी मैं नैतिक जिम्मेदारी ले रहा हूं। बीएचयू ही नहीं कही भी ऐसी घटना अनुचित है। छात्राओं की सुरक्षा के लिए एक प्लान बना रहा हूं जिसमें छात्राओं को भी प्लानर के रूम में शामिल किया जाएगा।

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छात्राओं, पत्रकारों पर लाठीचार्ज उचित नहीं

कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने बताया कि वह बीएचयू प्रकरण पर गंभीर शासन ने रिपोर्ट मांगी है। जांच जारी है। छात्राओं, पत्रकारों पर लाठीचार्ज उचित नहीं। पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा छात्राओं पर लाठीचार्ज किसके आदेश पर किया गया, यह भी जांच हो रही है। इस मामले को सुलझाने की दिशा में उचित कदम उठाने चाहिए थे।

बीएचयू में बनेगा माडर्न कंट्रोल रूम

बीएचयू में बार-बार हो रही वारदातों को लेकर प्रशासन अब सख्ती अख्तियार करेगा। परिसर की गतिविधियों की हाईटेक तरीके से मॉनीटरिंग के लिए मॉडल कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। परिसर में जगह जगह सीसीटीवी कैमरे और लाइटिंग की व्यवस्था के लिए राउंड द क्लाक मॉनीटरिंग की व्यवस्था की जाएगी। कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने बताया कि बीएचयू में सिक्योरिटी सिस्टम को और पुख्ता किया जाएगा।

परिसर में माहौल बिगडऩे वालों को चिन्हित करने के लिए चप्पे-चप्पे पर कैमरे लगाए जाएंगे। किसी भी स्थान पर अंधकार ना रहे, इसलिए लाइटिंग की भी व्यवस्था की जा रही है। कंट्रोल रूम से 24 घंटे मानीटरिंग की व्यवस्था की जाएगी। घटना से संबंधित साक्ष्यों को जुटाने में भी यह कंट्रोल रूम मदद करेगा। कमिश्नर ने कहा कि किसी भी दशा में हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मालवीय जी के सपनों के अनुसार परिसर में शैक्षणिकमाहौल कायम रखा जाएगा। इसकी गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले अराजक तत्वों से निपटेगा। छात्रों ने छेडख़ानी को लेकर जो शिकायत की है उसकी गहराई से जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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